मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के दिशा-निर्देशों पर नशे के विरुद्ध जारी जंग को और तेज करते हुए पंजाब पुलिस हैडक्वार्ट (पीपीएचक्यू) के सीनियर अधिकारियों ने सीपी/एसएसपी के साथ मिलकर राज्य भर में नशीले पदार्थों की बिक्री वाले स्थानों (ड्रग हॉटस्पॉट्स) पर ‘ईगल-IV’ नामक ऑपरेशन के तहत व्यापक राज्य स्तरीय घेराबन्दी और तलाशी मुहिम (कासो) चलाई। पुलिस ने 254 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया। इसके साथ ही 2.6 किलोग्राम हेरोइन, 15.71 लाख रुपए की ड्रग मनी भी बरामद की।डीजीपी गौरव यादव के निर्देशों पर यह ऑपरेशन सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक प्रदेश के सभी जिलों में एक साथ चलाया गया। इस ऑपरेशन की निजी तौर पर निगरानी के लिए पीपीएचक्यू के स्पेशल डीजीपी/एडीजीपी/आईजीपी/डिआईजी रैंक के अधिकारी हर पुलिस जिले में तैनात किये गए थे।
स्पेशल डीजीपी लॉ एंड ऑर्डर अर्पित शुक्ला इस ऑपरेशन में रूपनगर एसएसपी गुलनीत सिंह खुराना के साथ शामिल हुए। उन्होंने कहा कि सरहद पार से चल रहे नशा तस्करी के नेटवर्क का पर्दाफाश करने के लिए ड्रोनों की हलचल पर सख़्त नज़र रखी जा रही है, जो सरहद पार से नशों, हथियारों और विस्फोटक पदार्थों की तस्करी करने के नया ज़रिया बन गए हैं। उन्होंने कहा कि सितम्बर 2019 से अब तक राज्य के सभी सरहदी जिलों में कुल 906 ड्रोन देखे गए हैं, जिनमें से 187 ड्रोन सफलतापूर्वक बरामद किये गए हैं।
उन्होंने कहा कि 2 किलो या इससे अधिक हेरोइन समेत पकड़े गए बड़े नशा तस्करों या बड़ी मछलियों की सम्पत्तियां भी ज़ब्त की जा रही हैं। स्पेशल डीजीपी ने कहा कि मान सरकार के सत्ता में आने के बाद बड़े तस्करों की 200 करोड़ रुपए की 459 सम्पत्तियां ज़ब्त की हैं, जबकि 246 करोड़ रुपए की सम्पत्त्यिों को ज़ब्त करने के 559 और प्रस्ताव सक्षम अधिकारियो के पास लम्बित हैं। गौर रहे कि इस ऑपरेशन में चार हजार से अधिक पुलिस कर्मियों की 500 से अधिक टीमों ने नशे के हॉटस्पाटस की घेराबंदी की। इसके अलावा उसके आस-पास 352 नाके भी लगाए।
स्पेशल डीजीपी ने बताया कि पुलिस ने 254 लोगों को गिरफ्तार कर 221 मामले दर्ज किए हैं जबकि 4,575 संदिग्धों की जांच के साथ-साथ उनके विवरण भी जांचे गए हैं। इस ऑपरेशन में पुलिस टीमों ने 2.6 किलोग्राम हेरोइन, 15.71 लाख रुपए ड्रग मनी, 83 किलो भुक्की, 2.6 किलो गाँजा, 550 ग्राम अफ़ीम, 7553 नशीली गोलियाँ और भारी मात्रा में अवैध शराब और लाहन बरामद की है।