मणिपुर (Manipur) में एक बार फिर हिंसक घटनाएं (Violent incidents again) बढ़ गई हैं। राज्य सरकार (state government) को आशंका है कि इन घटनाओं के पीछे म्यांमार स्थित आतंकवादी (Myanmar terrorists) शामिल हो सकते हैं। हालांकि, सरकार के फिलहाल अपने दावों को पुष्टि के लिए कोई सबूत नहीं है। बता दें, मणिपुर में गुरुवार को तलहटी के पास गोलीबारी में पिता-पुत्र सहित (including father and son) चार लोगों की मौत (Four people died in firing) हो गई। वहीं बुधवार को भी पुलिस कमांडो के ऊपर हमला हो गया था, जिसमें दो कमांडों की जान चली गई थी।
अब कमांडो को भी उंचे इलाकों पर किया जाएगा तैनात
मणिपुर के सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह (Security Advisor Kuldeep Singh) ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। इस दौरान उन्होंने कहा कि एक दिन पहले कुकी उग्रवादियों ने अलग-अलग तीन इलाकों में स्थित कमांडो चौकियों पर गोलीबारी शुरू कर दी। कमांडो निचले हिस्से पर तैनात हैं। आतंकवादी ऊंचे स्थान से गोलीबारी कर रहे हैं। कमांडो अब तक चुप थे। वे हमलों का लगातार शिकार हो रहे हैं। इसलिए अब हमने फैसला लिया है कि कमांडो को ऊंचे इलाकों पर भी तैनात किया जाएगा।
सिंह ने कॉन्फ्रेंस में आशंका जताई है कि मोरेह में पीडीएफ के साथ कुछ म्यांमार के कुछ सैनिक मिलकर सुरक्षा बलों पर हमला कर सकते हैं। अब राज्य बल भी तैयार है। लेकिन हमारे पास फिलहाल कोई सबूत नहीं है।
लोगों ने किया विरोध प्रदर्शन
गुरुवार को मारे गए ग्रामीणों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए इंफाल के रिम्स अस्पताल में रखा गया है। हत्याओं के बाद राज्य के दक्षिणी भाग में निंगथौखोंग बाज़ार और उसके आसपास तनाव व्याप्त हो गया। न्याय की मांग करते हुए बड़ी संख्या में लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया, जिनमें अधिकांश महिलाएं थीं।