रविवार को देशभर में धूमधाम से विजयदशमी का त्योहार मनाया गया। कोरोना के बीच भी कई सख्त नियमों के साथ असत्य पर सत्य की जीत के इस पर्व को शानदार तरीके से मनाया गया। इस मौके पर देश के दिग्गज लोग भी असत्य पर सत्य की जीत की बात करते नजर आए। सभी ने भारत के दुश्मनों को सख्त चेतावनी दी। दरअसल विजयदशमी के मौके पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने दुश्मनों को इशारों-इशारों में सख्त संदेश दिया है। एलएसी पर तनाव के बीच डोभाल ने दुश्मनों को युद्ध का मंत्र दिया है और कहा है कि खतरा देखकर ही युद्ध किया जाएगा। हालांकि अजित डोभाल के बयान के बाद सरकार को भी सफाई देनी पड़ी।
उत्तराखंड के हरिद्वार में एक कार्यक्रम में डोभाल ने कहा कि किसी की इच्छा पर नहीं बल्कि जरूरत या खतरे को देखकर युद्ध करेंगे। डोभाल ने कहा, ‘हम वहीं लड़ेंगे जहां पर आपकी इच्छा है, यह कोई जरूरी तो नहीं। हम वहीं लड़ेंगे जहां से हमें खतरा आ रहा है। हम उस खतरे का मुकाबला वहीं करेंगे। यह एक बात है लेकिन हमने अपने स्वार्थ के लिए नहीं किया। हम युद्ध तो करेंगे, अपनी जमीन पर भी करेंगे और बाहर भी करेंगे। लेकिन अपने निजी स्वार्थ के लिए नहीं परमार्थ के लिए करना पड़ेगा।’ अजित डोभाल का ये बयान चीन के खिलाफ माना जा रहा था लेकिन सरकार ने सामने आकर साफ किया कि ये बयान चीन के खिलाफ नहीं है।
केंद्र सरकार ने एनएसए डोभाल के बयान पर सफाई दी। सरकार की तरफ से कहा गया कि ये बयान चीन को लेकर नहीं कहा गया है बल्कि ये भारत की आध्यात्मिक सोच है लेकिन बावजूद इसके ये बयान साफ करता है कि भारत युद्ध की धमकी या खतरे से नहीं डरता और युद्ध के लिए हमेशा तैयार है।