इस्राइल-हमास युद्ध (Israel-Hamas war) के बीच ईरान (Iran) ने फलस्तीनी नागरिकों का समर्थन (support palestinian citizens) किया है। समर्थन के साथ-साथ ईरान ने इस्राइल को चेतावनी (warning to israel) भी दी है। ईरान का कहना है कि अगर उसने फलस्तीनियों के खिलाफ जारी लड़ाई बंद नहीं की तो वह यह ध्यान रखे कि अन्य दल कार्रवाई के लिए तैयार हैं।
अमेरिका-इस्राइल पर निशाना
ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीराबदोल्लाहियान (Iran’s Foreign Minister Hossein Amirabdollahian) ने कतर में हमास नेता इस्माइल हनियेह से मुलाकात की। मुलाकात के बाद अमीराबदोल्लाहियान ने कहा कि अगर इस युद्ध में कोई और दल शामिल होता है तो इसके लिए सिर्फ अमेरिका और इस्राइल ही जिम्मेदार होंगे। अगर इस्राइल आक्रमण नहीं रोकेगा तो अन्य दल भी युद्ध में कूद सकते हैं। सभी दलों के हाथ अभी ट्रिगर पर ही हैं।
गाजा में शव दफनाने के लिए भी जगह नहीं
गाजा के शुहादा अल-अक्सा अस्पताल के डॉ. यासर अली ने बताया कि हमने अस्पताल के मुर्दाघर, वैक्लपिक मुर्दाघर सब भर गए हैं और तो और 20-30 शवों को तो तंबू में भी रखा है। बावजूद इसके जगह की कमी है। इसलिए अब शवों को आइसक्रीम वैन में भरा जा रहा है। गाजा पट्टी संकट में है। अगर यह कुछ दिन और चल गया तो शवों को दफनाने वाला भी नहीं बचेगा। सभी कब्रिस्तान भरे हुए हैं। नए कब्रिस्तान की आवश्यकता है। फलस्तीनी वरिष्ठ अधिकारी सलामा मारौफा ने बताया कि आपूर्ति के लिए गाजा में सामूहिक कब्रें तैयार की जा रही हैं, जिसमें एक साथ 100 शवों को दफनाया जा सके। हालांकि, युद्ध के कारण मृतकों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।
गाजा के लोगों को नेतन्याहू ने धमकाया
इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा के लोगों को धमकी दी है कि वह उत्तरी गाजा के इलाकों को खाली कर दें, नहीं तो वे पूरे शहर को तबाह कर देंगे। पूरा शहर बर्बाद हो जाएगा। प्रधानमंत्री ने गाजा के लोगों के उत्तरी इलाका खाली करने का समय देते हुए कहा था कि अगर शहर दिए गए समय में खाली नहीं किया गया तो बाद में सभी रास्ते बंद कर दिए जाएंगे। इस्राइल ने हमास को खत्म करने के लिए यह फरमान दिया है। हालांकि, वैश्विक स्तर पर कई नेता नेतन्याहू के फरमान की आलोचना कर रहे हैं।