आईएएस अधिकारी अभिषेक सिंह ने प्लाज्मा डोनेट करने की प्रक्रिया को कारगर बनाने के लिए एक नया ऑनलाइन पोर्टल लॉन्च किया है. एक सप्ताह पहले बनाये ‘यूनाइटेड बाई ब्लड’ नामक पोर्टल को प्लाज्मा डोनेट करने वालों और पाने वालों के बीच आसानी से संपर्क स्थापित करने के उद्देश्य से बनाया गया है. 33 वर्षीय अभिषेक सिंह, जो दिल्ली में उपायुक्त हैं, ने दिप्रिंट को बताया ‘इस पहल के पीछे का विचार सूचना की विसंगति को कम करना है. ऐसे बहुत से लोग हैं जो वास्तव में मदद करना चाहते हैं, लेकिन वे ज़रूरतमंद लोगों से जुड़ नहीं पाते. इस वेबसाइट की विशेषता यह है कि ये समय और स्थान के आधार पर प्लाज्मा देने के इच्छुक लोगों को अलग करती है, जिसके माध्यम से लोग अपने क्षेत्र के आसपास प्लाज्मा डोनर्स को पा सकते हैं.
उन्होंने कहा, ‘हम पहले फ़ोन नंबर को डिस्प्ले नहीं करते हैं, इसलिए लोग पहले अपनी ज़रूरत के मुताबिक एक-दूसरे से जुड़ते हैं और यदि ज़रुरत हो तो वो अपना फ़ोन नंबर आगे शेयर कर सकते हैं.’ वेबसाइट पर कोई भी प्लाज़्मा डोनर या रिसीवर के रूप में रजिस्ट्रेशन कर सकता है. डोनर्स को अपने संपर्क की जानकारी, स्थान, ब्लड ग्रुप शेयर करना होगा और उन्हें इन्हीं आधारों पर उन्हें फ़िल्टर किया जाएगा. वर्तमान में, लगभग 500 डोनर और 700 मरीजों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है, जिन्हें प्लाज्मा की आवश्यकता है. प्लाज्मा मानव रक्त का एक घटक है जो एंटीबॉडीज़ को वहन करता है, और कोविड से ठीक होने के एक महीने बाद और हर 15 दिनों के अंतराल में डोनेट किया जा सकता है. हालांकि, कई सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कई अध्ययनों के बाद से सरकार से प्लाज्मा थेरेपी पर अपने दिशा निर्देशों को बदलने का आह्वान किया है जिसमें ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित रिकवरी परीक्षण भी शामिल है, जिसमें पाया गया कि कोविड उपचार में प्लाज्मा के उपयोग का कोई लाभ नहीं मिला.