19 जनवरी 2025 को हुए एचएसजीएमसी चुनाव में 40 सीटों में से 22 पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की, जबकि झींडा के पंथक दल को 9, बलदेव सिंह कैम्पुरी के हरियाणा सिख पंथक दल (एचएसपीडी) को 6, और दीदार सिंह नलवी की सिख समाज संस्था को 3 सीटें मिलीं।
हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी (एचएसजीएमसी) के पहले स्थायी प्रधान के रूप में जगदीश सिंह झींडा का चुनाव हुआ है। कुरुक्षेत्र के गुरुद्वारा छठी पातशाही में आज आयोजित बैठक में कमेटी के 49 सदस्यों ने सर्वसम्मति से झींडा को प्रधान चुना। इस ऐतिहासिक मौके पर कार्यकारिणी का गठन भी किया गया, जिसके तहत नौ सह-नामांकित सदस्यों को शामिल किया गया।
बैठक में झींडा के नेतृत्व वाले पंथक दल और अन्य समूहों के बीच सहमति बनाने के प्रयास सफल रहे, जिसके बाद चुनाव की आवश्यकता नहीं पड़ी। झींडा ने गुरुद्वारे में अरदास के बाद अपने संबोधन में कहा कि हमारी प्राथमिकता गुरुद्वारों के प्रबंधन में पारदर्शिता, ऐतिहासिक गुरुद्वारों का संरक्षण और सिख शिक्षा व संस्कृति को बढ़ावा देना होगा।
जगदीश सिंह झींडा के एचएसजीएमसी प्रधान बनने पर विवाद
एचएसजीएमसी के नवनिर्वाचित प्रधान जगदीश सिंह झींडा के चयन को लेकर विवाद गहरा गया है। सिख नेताओं उत्तराधिकार सिंह नवी, बलदेव सिंह कमपुरा और प्रकाश सिंह साहुवाला ने झींडा की नियुक्ति का कड़ा विरोध करते हुए इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया है। विरोधी नेताओं ने आरोप लगाया कि अस्थाई अध्यक्ष सरदार जोग सिंह को एक फोन कॉल आया, जिसके बाद बिना चुनाव करवाए झींडा को जबरदस्ती प्रधान घोषित कर दिया गया।
एचएसजीएमसी चुनाव से पहले जगदीश सिंह झींडा ने की अरदास
बैठक के लिए पंथक दल के नेता जगदीश सिंह झींडा अपने समर्थक सदस्यों के साथ कुरुक्षेत्र के गुरुद्वारा छठी पातशाही पहुंचे थे। बैठक से पहले उन्होंने गुरुद्वारे में माथा टेका और अरदास की। झींडा ने कहा कि उनकी प्राथमिकता प्रधान और कार्यकारिणी के चयन के लिए सभी सदस्यों के बीच सहमति बनाने की है। उन्होंने बताया कि हम पहले सर्वसम्मति से निर्णय लेने का प्रयास करेंगे। यदि सहमति नहीं बन पाई, तो चुनाव की व्यवस्था भी तैयार है। वहीं, पंथक दल के नेता जगदीश सिंह झींडा ने कहा था कि हमारे साथ 32 सदस्य हैं।
19 जनवरी 2025 को हुए एचएसजीएमसी चुनाव में 40 सीटों में से 22 पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की, जबकि झींडा के पंथक दल को 9, बलदेव सिंह कैम्पुरी के हरियाणा सिख पंथक दल (एचएसपीडी) को 6, और दीदार सिंह नलवी की सिख समाज संस्था को 3 सीटें मिलीं। पूर्व तदर्थ एचएसजीएमसी प्रधान बलजीत सिंह दादूवाल को कलांवाली सीट (वार्ड 35) में 1,771 वोटों से हार का सामना करना पड़ा।