विश्व फुटबॉल संचालन संस्था फेडरेशन इंटरनेशनेल डी फुटबॉल एसोसिएशन (फीफा) ने शुक्रवार को अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) पर लगाया गया प्रतिबंध तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है। इसके साथ ही फीफा महिला विश्व कप अपनी योजनानुसार अब भारत में ही होगा। फीफा ने यहां जारी एक बयान में कहा, “फीफा परिषद के ब्यूरो ने तीसरे पक्ष के अनुचित हस्तक्षेप के कारण अखिल एआईएफएफ पर लगाए गए निलंबन को तत्काल प्रभाव से हटाने का फैसला किया है।”
गौरतलब है कि फीफा ने सोमवार, 15 अगस्त 2022 को ‘तीसरे पक्ष के अनावश्यक हस्तक्षेप’ का हवाला देते हुए भारतीय फुटबॉल महासंघ को निलंबित कर दिया था। भारत के उच्चतम न्यायालय ने इसकी सनद लेते हुए गत सोमवार भारतीय फुटबॉल महासंघ के संचालन के लिये नियुक्त प्रशासकों की समिति (सीओए) को भंग किया और एआईएफएफ का कार्यभार महासंघ के महासचिव सुनंदो धर को सौंपा।
फीफा ने अपने बयान में कहा कि शासी निकाय को इस बात की पुष्टि मिलने के बाद निर्णय लिया गया था कि एआईएफएफ कार्यकारी समिति की शक्तियों को ग्रहण करने के लिए स्थापित प्रशासकों की समिति के जनादेश को समाप्त कर दिया गया था। साथ ही, एआईएफएफ प्रशासन ने महासंघ के दैनिक मामलों पर पूर्ण नियंत्रण हासिल कर लिया था।
फीफा की महासचिव फातमा समोरा ने एआईएफएफ के महासचिव सुनंदो धर को लिखे एक पत्र में कहा, “अंततः, जैसा कि ब्यूरो के 14 अगस्त 2022 के फैसले में देखा गया था, चुनाव कराने की दिशा में उठाए जाने वाले अगले कदमों के संबंध में एआईएफएफ को शीघ्र ही संपर्क किया जाएगा। फीफा और एएफसी स्थिति की निगरानी करना जारी रखेंगे और समय पर चुनाव कराने में एआईएफएफ का समर्थन करेंगे।”
फीफा के इस निर्णय के परिणामस्वरूप 11-30 अक्टूबर 2022 के दौरान होने वाला फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप 2022 योजना के अनुसार भारत में आयोजित किया जाएगा। श्री धर ने फीफा के इस निर्णय का स्वागत करते हुए कहा, “भारतीय फुटबॉल के इतिहास का सबसे काला समय आखिरकार खत्म हो गया है।
15 अगस्त की मध्यरात्रि को एआईएफएफ पर लगा निलंबन फीफा ने हटा लिया है। हम ऐसे कठिन समय में हमारा मार्गदर्शन करने के लिए फीफा और एएफसी, विशेष रूप से एएफसी महासचिव दातुक सेरी विंडसर जॉन को ईमानदारी से धन्यवाद देते हैं। हम इस अवसर पर युवा मामले और खेल मंत्रालय और माननीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर जी को भी इस महत्वपूर्ण मोड़ पर हमारे साथ मजबूती से खड़े होने के लिए धन्यवाद देते हैं।”
गौरतलब है कि एआईएफएफ को अपने 85 साल के इतिहास में पहली बार फीफा से निलंबन झेलना पड़ा। फीफा के इस फैसले ने 11 से 30 अक्टूबर के दौरान होने वाले अंडर-17 महिला विश्व कप की मेजबानी के अधिकार भी भारत से छीन लिए गए थे। निलंबर हटने के बाद जो अपने पूर्ववत योजनानुसार आयोजित किए जाएंगे।