मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज प्रगति यात्रा के क्रम में बेगूसराय प्रखण्ड सह अंचल कार्यालय के नवनिर्मित भवन परिसर से बेगूसराय जिले को 56328.558 लाख रुपये की विकासात्मक योजनाओं की सौगात दी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने 641 विकासात्मक योजनाओं का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इसमें 18128.666 लाख रुपये की 214 योजनाओं का उद्घाटन तथा 38199.892 लाख रुपये की 427 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है। प्रगति यात्रा के क्रम में मुख्यमंत्री ने बेगूसराय जिला के मटिहानी प्रखंड स्थित मनिअप्पा ग्राम पंचायत में 1 करोड़ 35 लाख 39 हजार 600 रुपये की लागत से नवनिर्मित पंचायत सरकार भवन का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन किया। उद्घाटन के पश्चात् अधिकारियों ने नवनिर्मित पंचायत सरकार भवन में उपलब्ध कराई गई सुविधाओं के संबंध में मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी।
‘खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी भी दी जा रही’
पंचायत सरकार भवन मनिअप्पा के प्रांगण में मुख्यमंत्री ने मनरेगा द्वारा 9.69 लाख रुपए की लागत से निर्मित खेल परिसर का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन किया। उद्घाटन के पश्चात् मुख्यमंत्री ने खेल परिसर का जायजा लिया। इस दौरान खेल परिसर प्रांगण में आत्मरक्षार्थ जूडो कराटे की प्रशिक्षण प्राप्त कर रही बच्चियों से मुख्यमंत्री ने बातचीत की। बातचीत के क्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में खेल और खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए कई काम शुरू किए गए हैं। खेल के प्रति युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए न सिर्फ राज्य सरकार आर्थिक मदद दे रही है बल्कि खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी भी दी जा रही है। पहले बिहार में खेल और खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने के लिए कोई काम नहीं किया गया। वर्ष 2005 के बाद बिहार में हर क्षेत्र के विकास के लिए काम किया गया। आज कोई भी क्षेत्र विकास से वंचित नहीं है।
मुख्यमंत्री ने पंचायत सरकार भवन प्रांगण में जीविका दीदियों द्वारा लगाए गए स्टॉल का अवलोकन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने जीविका दीदियों से बातचीत की। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब मुझे बिहार में काम करने का मौका मिला तो वर्ष 2006 में हमने विश्व बैंक से कर्ज लेकर स्वयं सहायता समूह का गठन करवाया। इससे जुड़ने वाली महिलाओं को हमने ‘जीविका दीदी’ नाम दिया। उस समय की केंद्र सरकार ने इसके कार्यों को सराहा और पूरे देश में इसे ‘आजीविका नाम’ से चलाया। जीविका दीदियों में काफी आत्मविश्वास आया है और उनकी बोलचाल रहन-सहन और जीवन शैली में काफी बदलाव आया है। इस दौरान जीविका दीदियों ने भी मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि स्वयं सहायता समूहों के गठन से हम लोगों को काफी फायदा हो रहा है, यह सब आपकी देन है। हमलोगों के जीविकोपार्जन के लिए आपने काफी कुछ किया है। इसके लिए हम लोग सदा आपके आभारी रहेंगे। अवलोकन के क्रम में मुख्यमंत्री ने 4850 जीविका स्वयं सहायता समूहों के 56 हजार 260 दीदियों के लिए सामुदायिक निवेश निधि के तहत 48 करोड़ 50 लाख रुपये का सांकेतिक चेक, 22 हजार 132 जीविका स्वयं समूहों की 2 लाख 43 हजार 452 दीदियों के लिए बैंक ऋण के तहत 503 करोड़ 61 लाख रुपये का सांकेतिक चेक, 1897 सतत् जीविकोपार्जन योजना के लाभार्थियों के जीविकोपार्जन निवेश निधि हेतु 9 करोड़ 30 लाख रुपये का सांकेतिक चेक, जीविका महिला विकास स्वावलंबी सहकारी समिति लिमिटेड का निबंधन प्रमाण पत्र, सतत् जीविकोपार्जन योजना के लाभार्थियों को ई-रिक्शा की चाबी प्रदान किया।
मुख्यमंत्री ने तालाब का किया निरीक्षण
मनरेगा एवं पंचायती राज विभाग के अभिसरण से 146 लाख रुपये की लागत से तालाब सौंदर्गीकरण सह सीढ़ी घाट के निर्माण कार्य का रिमोट के माध्यम से मुख्यमंत्री ने उद्घाटन किया। उद्घाटन के पश्चात् मुख्यमंत्री ने तालाब का निरीक्षण किया। इस दौरान जल-जीवन-हरियाली योजना अंतर्गत जीविका संपोषित मंडप जीविका महिला ग्राम संगठन को तालाब हस्तांतरण का स्वीकृति पत्र प्रदान किया तथा तालाब में मछली का जीरा छोड़ा। तालाब निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि काफी अच्छे ढंग से इस तालाब का सौंदर्गीकरण किया गया है। इसके चारों तरफ सीढ़ीनुमा घाट बनाए गए हैं। इससे लोगों को काफी सहूलियत मिलेगी। इसके साथ ही ग्राम मनिअप्पा की वार्ड संख्या-5 स्थित मोचीटोला के समीप 9.31 लाख रुपये की लागत से चाइल्ड मनरेगा पार्क के निर्माण कार्य का मुख्यमंत्री ने रिमोट के माध्यम से शुभारंभ किया। बहु ग्रामीण जलापूर्ति योजना मटिहानी के अंतर्गत निर्मित जल मीनार का भी मुख्यमंत्री ने मुआयना किया। इस दौरान विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉल का मुख्यमंत्री ने अवलोकन किया।
आईसीडीएस बेगूसराय द्वारा लगाए गए स्टॉल से बैलून छोड़कर ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं का मुख्यमंत्री ने संदेश दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन अनुदान योजना का सांकेतिक चेक, मुख्यमंत्री निःशक्तजन विवाह प्रोत्साहन अनुदान योजना का सांकेतिक चेक, संबल योजना अंतर्गत बैटरी चलित ट्राई साइकिल की चाबी, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के 128 लाभार्थियों को 2 करोड़ 56 लाख रुपये का सांकेतिक चेक, बिहार लघु उद्यमी योजना के 70 लाभार्थियों को 70 लाख का सांकेतिक चेक, बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, आयुष्मान कार्ड, बिहार भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड अंतर्गत (स्वाभाविक मृत्यु) का सांकेतिक चेक, मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना का सांकेतिक चेक, मुख्यमंत्री प्रखंड परिवहन योजना के अंतर्गत प्रदत बस की चाबी, 42 अनुग्रह अनुदान के लाभार्थियों को 1 करोड़ 68 लाख रुपये का सांकेतिक चेक लाभुकों को प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने बेगूसराय बाईपास (गुप्ता लखमिनिया बांध) के प्रस्तावित चौड़ीकरण हेतु सिंहमा टी. प्वाइंट से स्थल निरीक्षण कर अधिकारियों को कई आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री को साइट प्लान के माध्यम से अधिकारियों ने बेगूसराय बाईपास के प्रस्तावित चौड़ीकरण के संबंध में जानकारी दी। इस दौरान अधिकारियों ने बेगूसराय जिला अंतर्गत तेघड़ा-मुबारकपुर पथ के चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण कार्य (उच्च स्तरीय पुल निर्माण सहित) तथा बीटीपीएस चकिया (एनएच-31) से से ल लखमिनिया बलिया तक चौडीकरण एवं मजबूतीकरण कार्य, दलसिंहसराय-कैदराबाद-मालती पथ के चौडीकरण एवं मजबूतीकरण कार्य के संबंध में भी मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने कावर झील का किया एरियल सर्वे
इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने बेगूसराय जिले के मंझौल अनुमंडल के चेरिया बरियारपुर प्रखंड स्थित कावर झील का एरियल सर्वे किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने 1053.33 लाख रुपये की लागत वाली 75 शैय्या वाले अनुमंडलीय अस्पताल, मंझौल का शिलापट्ट अनावरण एवं फीता काटकर उद्घाटन किया। उद्घाटन करने के पश्चात् मुख्यमंत्री ने अस्पताल का निरीक्षण भी किया और वहां की व्यवस्थाओं की विस्तृत जानकारी ली। इस दौरान नर्सिंग डेस्क, एक्सरे कक्ष, ओपीडी, प्रसव कक्ष, अल्ट्रासाउंड कक्ष, टीकाकरण केंद्र आदि का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने हरी झंडी दिखाकर 7 एंबुलेंस को अनुमंडलीय अस्पताल के लिए रवाना किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अनुमंडलीय अस्पताल में संचालित होनेवाली ‘जीविका दीदी की रसोई का भी उद्घाटन किया। उन्होंने अनुमंडलीय अस्पताल परिसर में मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना और आयुष्मान भारत कार्ड योजना सहित स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न स्टॉलों का निरीक्षण भी किया। मुख्यमंत्री ने कावर झील आश्रयणी के जीर्णोद्धार एवं सौंदर्याकरण संबंधी प्रस्तुतीकरण का अवलोकन किया। इस दौरान अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को उसके प्रारूप की विस्तृत जानकारी दी।