मुख्यमंत्री उड़नदस्ते ने अपनी छापामार कार्रवाई के अंतर्गत लगातार 5 घंटे नई अनाज मंडी की लगभग आधा दर्जन दुकानों सहित मार्कीट कमेटी के रिकॉर्ड को खंगाला तो इस दौरान उन्हें 1 हजार से अधिक धान से भरी बोरियां सरकारी रिकॉर्ड से नदारद मिली तो वहीं आढ़तियों का रजिस्टर नॉन-मैंटेन मिला, जिस पर मुख्यमंत्री उड़नदस्ते ने अनाज मंडी के 2 आढ़तियों से लगभग 18,000 रुपए जुर्माना व लगभग 50,000 रुपए मार्कीट फीस सहित एच.आर.डी.एफ. राशि भरवाई।
प्रातः करीब सवा 10 बजे मुख्यमंत्री उड़नदस्ते के इंस्पैक्टर सतपाल सिंह, ए.एस.आई. चरणसिंह व नरेश कुमार अपने साथ हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड जींद के जिला विपणन प्रवर्तन अधिकारी अभिनव वालिया सहित उनके स्टाफ को लेकर मार्कीट कमेटी कार्यालय पहुंचे, जहां पहुंचकर उन्होंने कमेटी कर्मचारियों के उपस्थिति रजिस्टर का अवलोकन कर सभी कर्मचारियों की उपस्थिति का मिलान कर इसकी जांच की। सभी कार्यालयकर्मी मौके पर उपस्थित पाए गए तो उसके साथ ही उन्होंने मार्कीट कमेटी सचिव संजीव कुमार जांगड़ा को भी अपने साथ लिया और अनाज मंडी की लगभग 7 दुकानों पर लगे धान की बोरियों के स्टैग चैक किए।
इस दौरान उन्हें मंडी की दुकान न. 82 व 114 पर एक ही आढ़ती की करीब 1001 धान से भरी बोरियां किसी सरकारी रिकॉर्ड के स्टॉक रजिस्टर सहित अन्य सभी प्रकार के रिकॉर्ड में दर्ज नहीं मिली, जिनकी मार्कीट फीस व एच.आर.डी.एफ. राशि की चोरी की गई थी। इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्यमंत्री उड़नदस्ते ने संबंधित आढ़ती से धान से भरी इन बगैर रिकॉर्ड की करीब 1001 बोरियों की करीब 50,050 रुपये की मार्कीट फीस व एच.आर.डी.एफ. राशि भरवाई तथा उक्त आढ़ती से करीब 13,000 रुपए जुर्माना राशि के रूप में वसूल किए।
इसके अलावा दुकान नंबर 174 पर छापामारी के दौरान मुख्यमंत्री उड़नदस्ते के अधिकारियों को फसल स्टॉक करने का स्टॉक रजिस्टर मैनटेन न मिलने पर उक्त आढ़ती से 5,000 रुपये जुर्माना राशि के तौर पर वसूल किए। मुख्यमंत्री उड़नदस्ता करीब सवा 3 बजे तक अनाज मंडी व मार्कीट कमेटी कार्यालय में रहा, जिसके जाने के बाद मार्कीट कमेटी अधिकारियों, कर्मचारियों व आढ़तियों ने राहत की सांस ली अन्यथा एक बार तो सभी की सांसें अटक कर रह गई थी कि न जाने मुख्यमंत्री उड़नदस्ता क्या कार्रवाई करेगा और किस किस पर इस उड़नदस्ते की गाज किस प्रकार गिरेगी।
छापामारी के दौरान मार्कीट कमेटी कर्मचारियों व आढ़तियों में मचा हड़कंप
मुख्यमंत्री उड़नदस्ते द्वारा मंडी में छापामारी की खबर फैलते देर नहीं लगी और यह पूरी अनाज मंडी में आग की तरह फैली हुई थी, जिससे इस दौरान मार्कीट कमेटी कर्मचारियों सहित अनाज मंडी के आढ़तियों में हड़कंप मचता दिखाई और सभी आढ़ती आनन फानन में अपनी दुकानों के समक्ष पड़े धान के ढेरों व बोरियों को बोली रजिस्टर सहित स्टॉक रजिस्टरों में दर्ज करते और किसानों की फसलों के गेटपास कटवाते नजर आए। स्वयं मुख्यमंत्री उड़नदस्ते के छापामार दस्ते सहित मार्कीट कमेटी के अधिकारी, कर्मचारी व आढ़ती सभी दबी जुबान में इसे किसी मंडी के ही व्यक्ति द्वारा शिकायत करने पर यह छापामारी होने की बात कहते दिखाई दे रहे थे। जब तक मुख्यमंत्री उड़नदस्ते के अधिकारी मार्कीट कमेटी कार्यालय के भीतर रहे तब तक सभी कमेटी कर्मचारी अधिकतर समय कार्यालय इमारत से बाहर ही कार्यालय प्रांगण में खड़े देखे गए।
अनाज मंडी में हुई धान की बोली
मुख्यमंत्री उड़नदस्ते की अनाज मंडी सहित मार्कीट कमेटी कार्यालय में छापामारी के दौरान शुक्रवार को तुर्ताफुर्ती में आढ़तियों द्वारा धान की बोली शुरू करवाई गई, जो औपचारिकता के तौर पर कुछ ही देर चल पाई अन्यथा मंडी में बिना बोली के ही किसानों की धान सीधे ही मोल-भाव लगाकर खरीदी जा रही थी और मुख्यमंत्री उड़नदस्ते के मंडी से प्रस्थान करने के साथ ही दोबारा बोली बंद कर अन्य दिनों की भांति मोल-भाव लगाकर ही धान की खरीद-फरोख्त कर इसे बोली रजिस्टरों में दर्ज किया गया।
2 आढ़तियों के रिकॉर्ड में मिली खामियां: संजीव
मार्कीट कमेटी सचिव संजीव कुमार जांगड़ा ने बताया कि मुख्यमंत्री उड़नदस्ते ने सुबह करीब सवा 10 से सायं 3 बजे तक करीब 5 घंटे तक अनाज मंडी व मार्कीट कमेटी कार्यालय में रहकर कमेटी कर्मचारियों की व उनकी हाजिरी चैक की और मंडी में करीब 7 आढ़तियों की दुकानों पर जाकर उनका फसल का रिकार्ड व स्टॉक जांचा। इस दौरान मंडी के केवल 2 आढ़तियों के रिकार्ड में उन्हें अनियमितता एवं खामियां मिलीं और स्टॉक सहित स्टॉक रजिस्टर का सही रखरखाव न मिलने पर अनरिकार्डिड लगभग 1001 बोरियों की मार्कीट फीस व एच.आर.डी.एफ. राशि सहित जुर्माना राशि भरवाई।