मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने स्वामी सुंदरानंद जी के ब्रह्मलीन होने पर श्रद्धांजलि अर्पित की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि परम पूज्य स्वामी सुंदरानंद जी सच्चे मायनों में हिमालय के योगी थे। उन्होंने हिमालय की दिव्यता, पवित्रता और सुंदरता को अपने कैमरे के माध्यम से दुनिया के सामने रखा।
उनके द्वारा स्थापित गंगोत्री स्थित तपोवनम हिरण्यगर्भ आर्ट गैलेरी और पुस्तक ‘हिमालय : थ्रू ए लेंस ऑफ ए साधु’ (एक साधु के लैंस से हिमालय दर्शन) विश्व को एक अनुपम देन है। उनका पूरा जीवन हिमालय के लिए समर्पित रहा। वे हम सभी के लिये सदैव प्रेरणास्त्रोत बने रहेंगे।