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Chaitra Navratri 2023: नवरात्रि में लौंग का ये उपाय भर देगा धन की तिजोरी, रुका पैसा भी मिलेगा वापस

क्या आप जानते हैं कि पूजा पाठ में हमेशा लौंग का इस्तेमाल क्यों होता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, लौंग घर से नकारात्मक ऊर्जा को बाहर करती है. छोटी सी लौंग में इंसान का भाग्य संवारने की क्षमता होती है. इसके चमत्कारी प्रयोगों से न केवल ग्रहों को शांत किया जा सकता है, बल्कि धन प्राप्ति और शत्रुओं का भी नाश किया जा सकता है.

ज्योतिषविद ने नवरात्रि में लौंग से जुड़े कुछ बेहद मंगलकारी उपाय बताए हैं. किचन में रखी लौंग को वैसे तो मसालों में गिना जाता है, लेकिन अपने रंग और गुणों के कारण इसे शनि और बुध से जोड़कर भी देखा जाता है. इसका प्रयोग तंत्र-मंत्र में विशेष रूप से किया जाता है. साथ ही, देवी की पूजा-अर्चना में भी इसका उपयोग लाभकारी माना जाता है.

लौंग कैसे पूरी करेगी मनोकामना?
ज्योतिषविद के मुताबिक, अपनी उम्र के बराबर लौंग लें. इसे काले धागे में बांधकर माला बना लें. इस माला को नवरात्रि में किसी भी दिन देवी को अर्पित करें. इसके बाद देवी मां से अपनी मनोकामना पूरी होने की प्रार्थना करें. मनोकामना पूरी हो जाने के बाद माला को जल प्रवाह कर दें.

धन वृद्धि का उपाय
यदि किसी इंसान पर कर्जों का बोझ अत्यधिक बढ़ गया है, तो शुक्रवार के दिन 5 लौंग और 5 कौड़ियां लेकर लाल कपड़े में बांध लें. इसके बाद इस पोटली को तिजोरी या धन के स्थान पर रख दें. यह उपाय आपके धन लाभ प्रतिशत को बढ़ा सकता है. नवरात्रि के शुभ अवसर पर 21 लौंग जलाकर मां लक्ष्मी का ध्यान करें. कहते हैं कि ऐसा करने से रुका हुआ धन वापस मिल जाता है.

शत्रु और विरोधी होंगे शांत
लगातार 27 दिनों तक मां दुर्गा को लौंग अर्पित करें. जो लौंग आप देवी को अर्पित कर रहे हैं, उन्हें एक साफ-सुथरी जगह पर इकट्ठा करते रहें. फिर 28वें दिन इन्हें अग्नि में डाल दें. इन्हें अग्नि में डालते समय मन में मां दुर्गा का स्मरण करते रहें. अग्नि बुझने के बाद उसकी राख जल प्रवाहित कर दें.

तंत्र-मंत्र का कटेगा असर
नवरात्रि में सवेरे-सवेरे सूर्य को जल अर्पित करें. इसके बाद लौंग को घिसकर अपने माथे पर तिलक लगाएं. इससे आप नकारात्मक ऊर्जा से बचे रहेंगे. आप चाहें तो घर से निकलते समय एक लौंग अपनी कमीज की जेब में रख सकते हैं. इससे भी आप नजर दोष आदि से बचे रहेंगे. नवरात्रि में चांदी की दो लौंग बनवाकर देवी के मंदिर में अर्पित कर दें. इससे आपके ऊपर का तंत्र-मंत्र समाप्त हो जाएगा.