यूपी एटीएस ने आईएसआईएस का फरार संदिग्ध आतंकी आमस अहमद उर्फ फराज अहमद को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया है। उस 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था। एजेंसी उसे रिमांड पर लेकर उसके तथा पूर्व गिरफ्तार साथियों के अन्य सहयोगियों के बारे में जानकारी हासिल करेगी।
प्रयागराज के मूल निवासी आमस अहमद अलीगढ़ के वीएम हाल, मैरिस हॉस्टल में रहता था। उसने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से मनोविज्ञान में स्नातक किया है। इसका दूसरा साथी 25 हजार का इनामी अब्दुल समद मलिक बीते दिनों अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया था।
पांच नवम्बर को संदिग्ध आतंकियों-अब्दुल्ला अर्सलान और माज बिन तारिक को एटीएस ने अलीगढ़ से गिरफ्तार किया था। दोनों से पूछताछ में एटीएस को पता चला था कि ये दोनों आईएसआईएस के पुणे माड्यूल के आतंकी शहनवाज और रिजवान अली के संपर्क में थे। दोनों से यह भी पता चला कि आइएस के पुणे माड्यूल से जुड़े आतंकियों ने छत्तीसगढ़ निवासी वजीहुद्दीन के जरिए अलीगढ़ में एक अलग ग्रुप तैयार कराया था और उत्तर प्रदेश में आतंकी घटनाएं कराने की साजिश रची जा रही थी। एएमयू का छात्र संगठन एसएएमयू (स्टूडेंट्स आफ अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी) बनाकर एएमयू के वर्तमान व पूर्व छात्रों को जोड़कर उन्हें आइएस की शपथ दिलाई गई थी। एटीएस इस मामले में कुल सात अभियुक्तों को गिरफ्तार कर चुकी है।
उन संदिग्ध आतंकियों से पूछताछ के आधार पर एटीएस ने अब्दुल समद मलिक, फैजान बख्तियार तथा आमस अहमद उर्फ फराज अहमद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनकी तलाश कर रही थी। उनकी गिरफ्तारी पर 25-25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा था।