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लखीमपुर कांड पर बोले केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री, किसानों के साथ छिपे थे आतंकी और उग्रवादी

लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा में अब तक नौ लोगों की मौत हो चुकी है। प्रदेश सरकार ने मारे गये किसाने के लिए आर्थिक मदद और सरकारी नौकरी की घोषणा कर दी है। इस बीच केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई है। केंद्रीय मंत्री ने हिंसा के लिए उग्रवादी और आतंकवादियों को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने सोमवार को मीडिया से कहा कि ‘किसानों के साथ उग्रवादी और आतंकवादी छिपे हुए थे। किसानों के बीच छिपे आतंकी, उग्रवादियों ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले किये। गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी ने दावा किया कि भाजपा कार्यकर्ताओं पर लाठियों और तलवारों से हमला किया गया। उनकी पिटाई कर हत्या कर दी गई। वीडियो में दिख रहा है कि कुछ हमलावरों ने हमारे कार्यकर्ताओं से यह कहने को कहा कि मैंने किसानों को कुचलने के लिए कहा था। मेरे बेटे पर लगाए आरोप पूरी तरह से निराधार हैं। उन्होंने कहा कि अगर आशीष वहां होता तो उसकी हत्या कर दी जाती।

 

अजय मिश्रा ने कहा कि मौके पर मैं और मेरा बेटा दोनों नहीं थे। जिन लोगों की मौत हुई है वो बहराइच के थे। केन्द्रीय मत्री ने दावा किया कि जब उप मुख्यमंत्री को कुछ लोग रिसीव करने जा रहे थे तभी किसानों के बीच में छुपे कुछ लोगों ने गाड़ी से उतार कर हमारे लोगों को मारा है। लखीमपुर खीरी में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा ने कहा यह बात सामने आई है कि जिस शख्स की कल मौत हुई वह बहराइच के नानपारा का रहने वाला था। एक प्रदर्शनकारी समाजवादी पार्टी की रुद्रपुर इकाई के जिलाध्यक्ष है। ऐसे कई लोग शामिल थे। उन्होंने कहा कि प्राथमिकी दर्ज की जाए और जांच कराई जाये।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह इस मामले की सीबीआई, न्यायिक अथवा एसआईटी जांच के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि इस हिंसा के लिए जो भी जिम्मेदार हैं, उनकी गिरफ्तारी होनी चाहिए। हिंसा के जिम्मेदार लोगों पर मुकदमा चलाकर उन्हें कठोर सजा देनी चाहिए। इस हिंसक घटना के बाद विपक्ष योगी सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, अखिलेश यादव, मायावती, शिवपाल सिंह यादव, तेजस्वी यादव सभी ने योगी सरकार को कठघरे में खड़ा करने की कोशिश की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि इस घटना के लिए जो भी दोषी है, उसे बख्शा नहीं जाएगा। सभी दोषियों को सख्त सजा मिलेगी। आठ लोगों की मौत पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सियासी जंग शुरू हो गई है।