ज्योतिष शास्त्र में राशि परिवर्तन का विशेष महत्व है। शनि ग्रह 141 दिनों के बाद अक्टूबर माह में मकर राशि में सीधी चाल चलेंगे। ज्योतिषीय गणना के मुताबिक शनि ग्रह 23 मई 2021 को अपनी स्वराशि मकर (Capricorn) में वक्री हुए थे और 11 अक्टूबर 2021, सोमवार को वो सुबह 07 बजकर 48 मिनट पर मार्गी होंगे। अपनी इस राशि में शनि 29 अप्रैल 2022 तक विराजमान होंगे। ज्योतिष शास्त्र में शनि ग्रह को कर्मफलदाता (karma giver) माना जाता है। यह लोगों को उनके कर्मों के अनुसार फल देते हैं। मकर और कुंभ राशि के स्वामी शनि महाराज तुला राशि में उच्च भाव में होते हैं और मेष राशि (Aries) में नीच के माने जाते हैं। शनि की सीधी चाल से 4 राशि के जातकों को शानदार परिणाम प्राप्त होंगे।
मेष राशि
मेष राशि के जातकों को कार्यक्षेत्र में सफलता (Success) मिलने की प्रबल संभावना है। करियर क्षेत्र में खूब तरक्की पाएंगे। वहीं जो लोग नौकरी की तलाश में जुटे हैं उन्हें नौकरी मिलेगी। फैमिली लाइफ में आनंद आएगा। वहीं वैवाहिक जीवन में जीवन साथी के साथ खूब जमेगी।
तुला राशि
तुला राशि (Libra) के जातकों पर शनि ग्रह की विशेष कृपा बरसती है। शनि की सीधी चाल से आपके भाग्य में वृद्धि होगी। इस अवधि में आपकी चल-अचल संपत्ति में बढ़ोतरी होने की संभावना है। आप अपने काम और परिवार के बीच संतुलन बनाकर रखेंगे।
मकर राशि
शनि की सीधी चाल से व्यापार और कारोबार में तरक्की होगी। इस समय आपकी सेहत दुरुस्त होगी। तनाव और पुराने रोगों से मुक्ति मिलेगी। धन संचित में करने में बड़ी मदद मिलेगी। मकर राशि में शनि की साढ़ेसाती भी चल रही है।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों को यात्रा से लाभ होगा। आप आध्यात्मिक क्षेत्रों में सफलता पाएंगे। विदेशों से व्यापार करने वाले लाभान्वित होंगे। वैवाहिक जीवन सुखमय रहेगा और अपने कार्यक्षेत्र में आप अपने बॉस का ध्यान आकर्षित करने में सफल होंगे।