उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले ही राजनीतिक हलचलें बढ़ गई हैं। एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी के उत्तर प्रदेश में चुनाव लडऩे के ऐलान ने सियासत में गर्माहट को बढ़ा दिया है। असदुद्दीन ओवैसी सुभासपा के ओमप्रकाश राजभर के साथ मिलकर उत्तर प्रदेश में संकल्प भागीदारी मोर्चा के तहत चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके हैं।
लखनऊ पहुंचे ओवैसी ने एक होटल में संकल्प भागीदारी मोर्चा की बैठक की। बैठक में संकल्प भागीदारी मोर्चा के संयोजक ओमप्रकाश राजभर मौजूद रहे। मीडिया से बात करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की सियासत सिर्फ मुस्लिम-यादव फैक्टर के इर्द-गिर्द नहीं घूमेगी। सबकी भागीदारी जरूरी है। ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि भागीदारी संकल्प मोर्चा के पास अभी 10 दल हैं। जनता को उनके अधिकार दिलाना है। ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि मोर्चा में अभी सीटों के बंटवारे पर कुछ भी तय नहीं हुआ है। अभी 100 या 50 सीट जैसा कुछ नहीं है। हम सीटों के बंटवारे पर फाइनलाइजेशन कर रहे हैं।
ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि हम लोगों के घरेलू बिजली को माफ करेंगे। इसके अलावा सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट को लागू करने के साथ ही गरीबों को मुफ्त इलाज दिए जाने पर भी हमारा मोर्चा काम करेगा। ओवैसी ने कहा, यूपी में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के अलावा एक विकल्प बनकर उभरेगा। मुख्यमंत्री कौन होगा। इस पर चुनावों के बाद तय करेंगे। ओवैसी ने उदाहरण देते हुए कहा कि जब अभी शादी नहीं हुई तो बच्चे का नाम क्या रखेंगे इस पर कुछ नहीं कह सकते। उन्होंने अयोध्या में कारसेवकों के नाम पर बन रही सड़कों पर भी कहा कि सरकार गंगा में बह रही लाशों पर भी कुछ करती, गरीबों के लिए भी कुछ करते तो बात होती। संघ प्रमुख मोहन भागवत के डीएनए वाले बयान पर ओवैसी ने कहा कि कब तक हम अपने आप को इंडियन और मुसलमान बताते फिरेंगे।कांग्रेस पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस का एक मजबूत विकल्प भागीदारी मोर्चा यूपी में बनेगा। उन्होंने पूछा कि आज अगर मुस्लिम माइनॉरिटी का एजुकेशन कम है तो इसका जिम्मेदार कौन है? रोजगार कम क्यों है? इसका जिम्मेदार ओवैसी ही है क्या? यूपी की पॉलिटिक्स में बीजेपी की टीम बी कहे जाने पर ओवैसी ने कहा कि बीजेपी शायद यह भूल रही है कि लोगों की मौत को जनता भूलेगी नहीं।उन्होंने कहा कि हमारा ग्राफ पिछले विधानसभा चुनावों में बढ़ा है।हम बिहार में हम 20 सीटों पर चुनाव लड़े और 5 सीटें जीते, यह हमारी उपलब्धि है।उन्होंने कहा कि केवल मुसलमान-यादव गठबंधन से यूपी की सियासत नहीं चलेगी। इसके बाद असदुद्दीन ओवैसी लखनऊ से बहराइच के लिए रवाना हो गए।