देश में कोरोना की लहर फीकी पड़ने के साथ अब राजनीतिक गतिविधियां भी तेज होने लगी हैं। भारतीय जनता पार्टी ने भी उत्तर प्रदेश ने आने वाले विधानसभा चुनाव की रणनीतियां बनाना शुरू कर दी है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यूपी में भाजपा संगठन के माध्यम में बूथ लेवल से हर विधायक की परफॉर्मेंस रिपोर्ट लेगी। यह परफॉर्मेंस रिपोर्ट तीन श्रेणियों में होगी जिसमें excellent, good और average की श्रेणी रखी गयी है। विधायकों की यह परफॉर्मेंस रिपोर्ट प्राप्त करने के बाद पार्टी की तरफ से निजी एजेंसियों के जरिये भी विधायकों के बारे में जानकारी जुटाई जाएगी।
पंचायत चुनाव ने बढ़ाई चिंता
गौरतलब है कि पंचायत चुनाव में भाजपा के खराब प्रदर्शन ने पार्टी की चिंता बढ़ा दी है। पंचायत चुनाव में पार्टी की परफॉर्मेंस देखकर ऐसा लग रहा है जैसे विधानसभा चुनाव में भी उसे कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। बीजेपी के लिए उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव जीतन बेहद महत्वपूर्ण है। बता दें कि बीते दिनों पार्टी के संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने लखनऊ का दौरा किया था और राज्य सरकार के मंत्रियों और प्रमुख नेताओं से सरकार और संगठन के कामकाज को लेकर तीन दिनों तक चर्चा की थी और चुनाव को लेकर रणनीति बनाने की बात कही थी।
परफॉर्मेंस रिपोर्ट के आधार पर होगा फैसला
बताया जा रहा है कि पार्टी नेतृत्व को जिन विधायकों परफॉर्मेंस रिपोर्ट के औसत श्रेणी में आयेगी। उन विधायकों को निर्देशित किया जायेगा कि वह अगले छह महीने में संगठन और उनके द्वारा किए जाने वाले कामों को जनता के बीच तेजी से प्रचारित करें और .जनता को अपना अधिक से अधिक समय दें। वहीं परफॉर्मेंस रिपोर्ट के आधार पर जिन विधायकों का प्रदर्शन असंतोषजनक होगा वहां पर पार्टी दूसरे नेताओं को उतारने पर विचार करेगी। परफॉर्मेंस रिपोर्ट के साथ ही पार्टी प्रदेश सरकार के जरिए भी विधायकों की सक्रियता और प्रदर्शन की जानकारी हासिल करेगी।
दो महीने में आ जाएगी रिपोर्ट
अनुमान लगाया जा रहा है कि विधायकों की परफॉर्मेंस रिपोर्ट अगले दो महीने में आ जाएगी। इसके साथ ही केंद्रीय नेतृत्व और भी अन्य मौकों पर विधायकों से फ़ीडबैक लेगा जिससे बेहतरीन चुनावी रणनीति बनाई जा सके। अंदाजा लगाया जा रहा है कि मॉनसून खत्म होने के बाद विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी उम्मीदवारों के नामों पर विचार-विमर्श शुरू कर देगी। बता दें कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी किसी भी कीमत पर सत्ता से बाहर नहीं जाना चाहती इसलिए वह अभी से अपनी पूरी तैयारी करने में जुट गयी है।