देश में घातक कोरोना वायरस की दूसरी लहर का कहर ऐसा बरपा की अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत हो गई. देश में कोहराम मच गया और मरीज अस्पतालों में और अस्पतालों के बाहर ऑक्सीजन नहीं मिलने के कारण दम तोड़ने लगे. इस दौरान रेलवे ने ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों के माध्यम से राज्यों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराई.
आज रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बताया है कि ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों ने कोरोना मरीजों तक 20 हजार मीट्रिक टन ऑक्सीजन पहुंचाने का मील का पत्थर पार कर लिया है. पीयूष गोयल ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, ”ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों ने भारत में कोरोना के मरीजों के लिए 20000 मीट्रिक टन ऑक्सीजन मुहैया कराने का मील का पत्थर पार कर लिया है.” गोयल ने कहा कि, ”अब तक 300 ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों ने राष्ट्र की सेवा में अपनी यात्रा पूरी कर ली है.”
बता दें कि रेलवे ने अब तक लगभग 15 राज्यों के 39 शहरों में 1162 से अधिक टैंकरों के माध्यम से ऑक्सीजन पहुंचाई है. ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों ने 24 अप्रैल को आपूर्ति आरम्भ की और महाराष्ट्र को 126 टन ऑक्सीजन भेजी गई. दक्षिण के राज्यों में आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक और तेलंगाना शामिल है, जहां हर राज्य को एक-एक हजार टन तरल मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति रेलवे द्वारा की गई. ये ट्रेनें जिन 15 राज्यों में पहुंचीं, उनमें उत्तराखंड, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु, हरियाणा, तेलंगाना, पंजाब, केरल, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, झारखंड एवं असम का नाम शामिल हैं.