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पी चिदंबरम ने की जांच की मांग, कोरोना वैक्सीन सप्लाई की हो CAG ऑडिट

देश में कोरोना वायरस की दूसरी भले ही धीमी पड़ गई हो लेकिन वैक्सीन को लेकर आ रहे नए-नए बयान चिंताजनक हैं। हाल ही में भारत बायोटेक कंपनी ने कहा कि वैक्सीन की सप्लाई और उत्पादन की प्रक्रिया जटिल है, इसलिए कोवैक्सीन की किल्लत देखी जा रही है। इस पर कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने वैक्सीन सप्लाई का कैग ऑडिट करने की सलाह दी है। पी चिदंबरम ने ट्वीट कर लिखा कि “लापता टीके” का रहस्य हर दिन गहराता जा रहा है। टीकों के एक बैच के उत्पादन के लिए आवश्यक ‘लीड टाइम’ के बारे में भारत बायोटेक के बयान ने भ्रम को और बढ़ा दिया है। उन्होंने आगे कहा कि ‘क्षमता’ एक चीज है और ‘उत्पादन’ एक अलग चीज है। हम दो घरेलू निर्माताओं द्वारा अब तक उत्पादित वास्तविक मात्रा के बारे में जानना चाहेंगे। एक बार जब हम वास्तविक उत्पादन को जान लेते हैं, तो हमें बताया जाना चाहिए कि तारीख-वार क्या आपूर्ति की गई है और किसे?

केंद्र सरकार पर कसा तंज

इतना ही नहीं पी चिदंबरम ने कहा कि दो घरेलू निर्माताओं की क्षमता, उत्पादन, प्रेषण, आपूर्ति और ग्राहकों की सूची के सीएजी द्वारा संचालित पूर्ण-स्कोप ऑडिट को निर्देशित करना उचित रहेगा। टीकों की कमी पर जनता का गुस्सा सड़कों पर आने से पहले अब लापता टीकों के रहस्य को सुलझाना जरूरी है।

कॉरपोरेट कंपनियों से किया ये सवाल

इसके अलावा पी चिदंबरम ने कहा कि मैं रिलायंस ग्रुप, एचसीएल और अन्य द्वारा अपने कर्मचारियों और उनके परिवारों, व्यापार भागीदारों आदि के टीकाकरण करने के एलान का स्वागत करता हूं और कॉरपोरेट्स को बधाई देता हूं। पी चिदंबरम ने आगे कहा कि कॉरपोरेट हमें यह भी बताएं कि उन्हें टीकों की आपूर्ति कहां से मिलेगी? राज्य सरकारें घरेलू या विदेशी किसी भी निर्माता से आपूर्ति प्राप्त करने में सक्षम नहीं हैं तो, कॉरपोरेट को अपनी आपूर्ति कहां से मिलने की उम्मीद है।