बिहार में एक शादी ऐसी हुई जिसकी चर्चा पूरे राज्य में हो रही है और हर कोई दूल्हे की तारीफ कर रहा है। इस दूल्हे ने कोरोना को देखते हुए सादगी से शादी की और अकेले ही बारात लेकर चल पड़ा। बारात में अपने माता-पिता को भी शामिल नहीं किया। केवल यही नहीं शादी के दौरान दहेज में एक रूपया तक नहीं लिया। बस अपनी दुल्हन को ले आया। जब इस अनोखी शादी की खबर प्रशासन को लगी तो इन्हें इनाम दिया गया।
बिहार के बांका जिले के शंभूगंज क्षेत्र के एक युवक की शादी पास के ही गांव की एक लड़की से पिछले साल ही हुई थी। मगर लॉकडाउन के चलते शादी को टाल दिया गया। इस बार फिर से शादी के वक्त लॉकडाउन लग गया। हालांकि इस बार बिना बैंड बाजे के बारात निकाली गई। परिवार का एक भी सदस्य बारात में शामिल नहीं हुआ।
शंभूगंज क्षेत्र के ऊंचागांव के रहने वाले गौतम कुमार की शादी भरतशिला पंचायत के कंचन नगर गांव की रहने वाली कुमकुम कुमारी से तय हुई थी। उस समय लॉकडाउन के कारण इसे टाल दिया गया और अगली तारीख निकाली गई। जो कि इस वर्ष मई महीने की थी। मगर कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते राज्य में लॉकडाउन लगा दिया गया। इस बार गौतम और कुमकुम के परिवार वालों ने तय तारीख को ही शादी करने का निर्णय किया।
गौतम अकेले ही अपने घर से साइकिल पर सवार होकर निकल पड़ा। कुमकम के परिवार वालों ने भी किसी भी रिश्तेदार को शादी में नहीं बुलाया। शादी होने के बाद गौतम कुमकुम को अपनी साइकिल पर ही बैठकर घर ले आया। गौतम के परिवार वालों ने कुमकुम का स्वागत बेहद अच्छे से किया।
गौतम कुमार और कुमकुम कुमारी की अनोखी शादी की चर्चा पूरे गांव में है। प्रशासन के पास पहुंची तो उन्होंने भी इनके इस प्रयास की तारीफ की। बीडीओ प्रभात रंजन ने इन्हें पुरस्कृत भी किया। बीडीओ प्रभात रंजन उचागांव पहुंचे, जहां उन्होंने वर-वधु को आशीर्वाद और नकद रुपये देकर ईनाम दिया। बीडीओ प्रभात रंजन ने नवविवाहित जोड़े को ‘मुख्यमंत्री विवाह योजना’ का लाभ दिलाने के लिए भी कहा।