उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कोरोना संक्रमण से 518 कार्मिकों की पहली सूची भेजी और मृतक परिजनों को एक करोड़ रुपये मुआवजे की मांग की। परिषद के अध्यक्ष हरिकिषोर तिवारी ने बताया कि मुख्यमंत्री को भेजी सूची के साथ कोरोना से मृतक कर्मचारियों की संख्या एक हजार से अधिक होने की बॉत कही। उन्होंने मांग की है कि बिना भेदभाव के कोरोना ड्यूटी के दौरान एवं डियूटी से लौटने के बाद जिन कर्मचारियों की मृत्यु हुई है उनके परिवार को उच्च न्यायालय की मंशा के अनुरुप एक करोड़ रूपये का मुआवजा तत्काल उपलब्ध कराया जाए।
तिवारी और महामंत्री शिवबरन सिंह यादव की तरफ से भेजी गई सूची एवं पत्र के माध्यम से कहा गया है कि परिषद ने पंचायत चुनाव की घोषणा के दरम्यान कोरोना की स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार और राज्य निर्वाचन आयोग को विभिन्न पत्राचारों के माध्यम से वस्तु स्थिति से अवगत कराते हुए पहले चुनाव, फिर प्रशिक्षण, मतदान और फिर मतगणना को कुछ समय के लिए टालने का आग्रह किया था। उन्होंने बताया कि अभी तक जिलो और विभिन्न विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार 518 कार्मिकों का कोरोना होने से निधन हुआ है। अनुमान है कि मृतक कर्मचारियों की संख्या एक हजार से अधिक हो सकती है।
मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में मुख्य रूप से सभी मृतक कर्मचारियों को कोरोना योद्धा घोषित किया जाय और उच्च न्यायालय की मंशा के अनुसार एक करोड़ मुआवजा, मृतक आश्रितों को योग्यतानुसार नियुक्ति, कोरोना पीड़ित कार्मिकों के इलाज पर खर्च धनराषि की प्रतिपूर्ति सम्बंधित विभाग द्वारा किए जाने, कार्मिकों के परिजनों का टीकाकरण की रेड़क्रास सोसायटी के माध्यम से विशेष टीकाकरण, कोरोना रोकथाम डियूटी करने वाले सभी कार्मिकों एवं परिजनों के लिए दोनो चरण के टीके लिए विशेष अभियान चलाने की मांग की है।