ममता बनर्जी ने राज्यपाल और केन्द्र की पैंतरेबाजी के खिलाफ शनिवार को करारा हमला बोला। विधानसभा पहुंची मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक सार्वभौमिक वैक्सीन योजना को लागू करने में विफल रहे हैं। पश्चिम बंगाल टीएमसी सरकार लोगों की बेहतरी के लिए काम करेंगी। ममता बनर्जी ने कहा कि मैंने पीएम मोदी को पत्र लिखा था लेकिन उन्होंने अभी तक मुझे जवाब नहीं दिया है। उन्होंने केन्द्र पर आरोप लगया कि हमारे हिस्से की ऑक्सीजन दूसरे राज्यों को दी जा रही है। उन्होंने कहा कि आप बंगाल में हार गए हैं तो इसे स्वीकार करिए। जनादेश का सम्मान कीजिए। उनके द्वारा फैलाए गए 99 फीसदी वीडियो फर्जी हैं। बंगाल एक ऐसा राज्य है जहां सभी जाति और समुदाय एक साथ मिलकर रहते हैं। ममता बनर्जी कानून और व्यवस्था को ले कर सभी विधायकों से कहा कि आप क्षेत्रों में शांति बनाए रखने की पूरी कोशिश करें। उन्हें दंगे न भड़काने दें। उन्होंने दंगा भड़कानें वालों को निशाने पर लिया। आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करें। 2 मई को आए चुनाव परिणामों का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री बनर्जी ने कहा कि टीएमसी ने दोहरा शतक बनाया है। जबकि उन्होंने हम पर दबाव बनाने एजेंसियों का इस्तेमाल किया। उन्होंने मुझे प्रतिबंधित कर दिया। वहीं सांप्रदायिक टिप्पणी करने वालों के खिलाफ चुनाव आयोग ने कोई कार्रवाई नहीं की। ममता ने नाम लिए बिना कहा कि वहां एक व्यक्ति बैठा है जो प्रशासन को केवल परेशान कर रहा है। उसकी यह कोशिश पुरी नहीं होगी।
बनर्जी ने केन्द्र सरकार और चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘यदि चुनाव आयोग ने उनकी मदद नहीं की होती तो वे 30 सीटें भी नहीं जीत पाते। मैं आज बंगाल के सामने सिर झुकाती हूं, जिसने हमें जनादेश दिया। मैं विधान सभा अध्यक्ष को बधाई देती हूं कि उन्होंने पहले भी बहुत अच्छा काम किया और आगे भी वह संविधान का पालन करेंगे। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की विधानसभा का एक इतिहास और परंपरा है। इसने सती प्रथा को खत्म किया था। आज युवा पीढ़ी ने हमें वोट दिया है और यह हमारे लिए एक नई सुबह है। हम उन लोगों के ऋणी हैं जिन्होंने लंबी कतारों में खड़े होकर हमें फिर से सत्ता में भेजा है।
चुनाव आयोग को सुधार की जरूरत
ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग पर हमलावर होते हुए कहा कि चुनाव आयोग को तुरंत सुधार की आवश्यकता है। बंगला में रीढ़ है और यह कभी नहीं झुकती है। यहां कई मंत्री आए और विमानों- होटलों पर करोड़ों रुपये खर्च किए गए। उन्होंने केन्द्रीय टीम पर भी निशाना साधा।