लंदन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने मंगलवार को चेताया कि देश में कोरोना से होने वाली मौतों में आ रही तेज गिरावट का कारण टीकाकरण नहीं बल्कि तीन महीने से जारी लॉकडाउन है। पाबंदियों में ढील देने से महामारी फिर बढ़ सकती है। कोरोना महामारी की दूसरी लहर की चपेट में आए इस यूरोपीय देश में गत जनवरी की शुरुआत में लॉकडाउन लगा दिया गया था। गत फरवरी से नए मामलों और कोरोना से होने वाली मौतों में गिरावट दर्ज की जा रही है। जबकि गत दिसंबर से कोरोना के खिलाफ टीकाकरण अभियान चल रहा है। 50 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों को टीका लगाया जा चुका है। अब इस अभियान में 45 वर्ष से अधिक उम्र वालों को शामिल किया गया है। प्रधानमंत्री जॉनसन ने कहा, ‘महामारी को कम करने में लॉकडाउन ने बड़ा काम किया। अनलॉक का नतीजा नए मामलों और मौतों में बढ़ोतरी के रूप में सामने आएगा।’ हालात सुधरने पर इंग्लैंड में शर्तों के साथ सभी खुदरा कारोबारों, जिम, हेयरड्रेसर और पब को खोलने की अनुमति दी गई है।
ब्राजील में 1,480 पीड़ितों की गई जान
ब्राजील में सोमवार को कोरोना से 1,480 पीड़ितों की मौत हो गई। इससे मरने वालों की संख्या बढ़कर तीन लाख 54 हजार से ज्यादा हो गई। इस दौरान 38 हजार से ज्यादा नए मामले पाए गए। यहां अब तक कुल एक करोड़ 35 लाख 20 हजार से ज्यादा संक्रमित पाए गए हैं। इधर, फ्रांस ने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए ब्राजील से आने-जाने वाली सभी उड़ानों पर रोक लगाई जाएगी।
अमेरिका में जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन पर रोक की उठी मांग
अमेरिका में जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन के इस्तेमाल पर रोक लगाने की मांग उठी है। टीका लगवाने वाले छह लोगों में रक्त का थक्का बनने की शिकायत के बाद यह मांग की गई। अमेरिकी स्वास्थ्य एजेंसी सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन इन मामलों की समीक्षा के लिए बुधवार को बैठक करने जा रही है। एजेंसी ने बयान में कहा कि प्रतिकूल प्रभाव वाले मामले बेहद कम सामने आ रहे हैं। अमेरिका में अब तक जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन की 68 लाख डोज लगाई जा चुकी है।