उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार अपराधियों पर तेजी से शिकंजा कसती जा रही है। प्रदेश सरकार बहुजन समाज पार्टी के विधायक और माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की विधानसभा की सदस्यता खत्म करने की तैयारी कर रही है। वर्तमान में अंसारी मऊ विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। प्रदेश के संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया है कि इस मामले में कानूनी राय ली जा रही है। उन्होंने कहा कि दि कोई सदस्य 60 दिनों से ज्यादा सदन से अनुपस्थित रहता है तो उस स्थिति में नियमों के अनुसार उसकी सदस्यता को रद किया जा सकता है।
कानून मंत्री ने बताया कि यदि कोई उनकी सदस्यता रद करने के लिए याचिका दायर करता है तो सरकार आगे की कार्रवाई को लेकर फैसला करेगी। विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने भी कहा है कि यह मामला विचाराधीन है। मुख्तार अंसारी ने जेल में रहते हुए 2007, 2012 और 2017 का चुनाव भी जीता है।
ज्ञात हो कि मुख्तार अंसारी को जबरन वसूली के मामले में जनवरी 2019 से पंजाब की रोपड़ जेल में रखा गया था। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बुधवार को मुख्तार को बांदा जेल लाया गया था। मुख्तार अंसारी अक्टूबर 2005 से जेल में है।
अदालत की अनुमति से वह विधायी कार्यवाही में भाग लेता रहा है। योगी आदित्यनाथ सरकार ने सत्ता में आने के बाद जेल में बंद विधायकों के विधायी कार्यवाही में भाग लेने की अनुमति देने के कदम का कड़ा विरोध किया था। अब माना जा रहा है जेल में ठिकाना बनाए विधायकों पर अब सख्ती होगी।