भारतीय क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या और क्रुणाल पंड्या के घर शोक का माहौल है. साल 2021 इनके परिवार के लिए बेहद दुखद खबर लेकर आया है. जिससे पूरे परिवार को झटका लगा है. हिमांशु और क्रुणाल पंड्या के पिता का शनिवार को निधन हो गया जिसके बाद से पूरा परिवार सदमे में है. क्रिकेटर के पिता हिमांशु पंड्या (Himanshu Pandya) ने वडोदरा में आखिरी सांस ली. बताया जा रहा है कि, हार्दिक पंड्या के पिता को दिल का दौरा पड़ा था और इसी कारण उनका निधन हो गया. पिता के निधन की खबर सुनते ही क्रुणाल पंड्या बड़ौदा टीम के बायो बबल से बाहर निकल गए हैं. इस समय क्रुणाल सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में बड़ौदा का नेतृत्व कर रहे थे. हालांकि, हार्दिक इस टूर्नामेंट का हिस्सा नहीं थे.
बेटों के लिए बंद किया था बिजनेस
हार्दिक और क्रुणाल पंड्या आज जिस मुकाम पर खड़े हैं उसके पीछे उनके पिता हिमांशु पंड्या की अहम भूमिका है. हिमांशु ने अपने बेटों के लिए बिजनेस तक बंद कर दिया था. जी हां, सालों पहले हिमांशु का सूरत में कार का छोटा सा फाइनेंस बिजनेस था. पर बच्चों को क्रिकेटर बनाने का सपना लिए उन्होंने वडोदरा में बसने का फैसला लिया क्योंकि यहां क्रिकेट से संबंधित सुविधाएं थीं.लेकिन वडोदरा बसने के लिए उन्हें अपना बिजनेस बंद करना पड़ा. हिमांशु पंड्या ने एक इंटरव्यू में बताया था कि, जब वडोदरा जाने के लिए उन्होंने अपने बिजनेस को बंद करने का फैसला लिया था और बेटों को क्रिकेटर बनाने का फैसला लिया था तब कई रिश्तेदार इसके खिलाफ थे. मगर उन्हें पूरा विश्वास था कि बेटे एक दिन जरूर कामयाब होंगे.
हार्दिक ने दिया था अनमोल तोहफा
हिमांशु पंड्या ने एक इंटरव्यू में बताया था कि सिर्फ उन्होंने नहीं बल्कि बच्चों ने भी आगे बढ़ने के लिए काफी मेहनत की है. उन्होंने सिर्फ पिता का फर्ज पूरा किया और अपने बच्चों को आगे बढ़ने का रास्ता दिया. हिमांशु पंड्या एक ऐसे पिता हैं जिन्होंने अपने बेटों के लिए काफी कुछ किया है और ऐसे पिता समाज के लिए प्रेरणा हैं जो लोगों की बातों पर ध्यान ना देकर अपने बच्चों का भविष्य संवारते हैं.
पिता द्वारा किए गए संघर्ष के बाद जब हार्दिक पंड्या ने 2017 में श्रीलंका के खिलाफ शतक ठोका था. तो उन्होंने अपने पिता को तोहफे के रूप में कार गिफ्ट की थी. इस बारे में उन्होंने एक ट्वीट किया था. जिसमें लिखा था कि उनके पिता को जिंदगी की सारी खुशियां मिलनी चाहिए. इसके साथ ही हार्दिक ने अपनी सफलता का पूरा श्रेय पिता को दिया था. हार्दिक ने बताया था कि बेटों के लिए अच्छे करियर के लिए पिता ने अपना सबकुछ त्याग दिया था और जो कदम पिता ने उठाए ऐसा करने के लिए वाकई हिम्मत चाहिए होती है. पर अब दोनों भाईयों के सिर से पिता का साया उठ गया है और इस कारण दोनों भाई काफी दुखी हैं.