सरकार ने काेरोना काल में रोजगार गंवाने वालों को फिर से रोजगार दिलाने के उद्देश्य से आज आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना शुरू करने की घोषणा की। इस योजना के तहत देश में तेजी से नौकरियों के मौके बढ़ेंगे। राहत पैकेज के तहत आत्मनिर्भर रोजगार योजना के तहत देश के संगठित क्षेत्र में ज्यादा रोजगार उत्पन्न होेंगे। असंगठित क्षेत्र को भी संगठित करने पर काम होगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने आज यहां आत्मनिर्भर पैकेज 3.0 की घोषणा करते हुए कहा कि पिछले वर्ष मार्च में प्रधानमंत्री रोजगार प्रोत्साहन योजना शुरू की गई थी और अब यह नई योजना शुरू की गई है। इसका लाभ उनको मिलेगा जिनकी नौकरी काेरोना काल में चली गई है। यह योजना कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) में पंजीकृत लोगों को मिलेगा। यह योजना 30 जून 2021 तक चलेगी।
उन्होंने कहा कि इसके तहत ऐसे लोगों को लाभ होगा जिनका वेतन 15 हजार रुपए मासिक से कम है और वह ईपीएफओ में पंजीकृत है। इसके तहत एक हजार कम कर्मचारी वाले संगठनों में कर्मचारी और नियोक्ता दोनों की ईपीएफओ की 24 फीसदी हिस्सेदारी सरकार देगी जो दो वर्ष के लिए होगी। एक हजार से अधिक कर्मचारी वाले संगठनों में काम करने वालों के ईपीएफओ में सरकार कर्मचारी के अंश के 12 फीसदी का योगदान करेगी।