भारत अब ख़ुद को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की कोशिशों में जुटा हुआ है और इसमें बड़ी भूमिका निभाएगा इज़रायल। भारत ने इज़रायल की मदद से हाईटेक वेपन सिस्टम बनाने और उसे अपने मित्र देशों को बेचने की योजना तैयार की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय रक्षा सचिव और इजरायल के समकक्ष की अध्यक्षता में रक्षा सहयोग पर एक संयुक्त कार्य समूह का गठन किया गया। ये समूह इस तरह की संयुक्त परियोजनाओं को बढ़ावा देने का काम करेगा।
इस उप कार्य समूह (SWG) का लक्ष्य मैत्रीपूर्ण देशों को निर्यात के अलावा टेक्नॉलॉजी ट्रांसफर, को-डेवलपमेंट, को-प्रोडक्शन, आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस का आदान-प्रदान करना है। अगले पांच वर्ष में क़रीब 5 अरब डॉलर के रक्षा निर्यात का लक्ष्य तय किया गया है। इजरायल भारत के टॉप फोर आर्म्स सप्लायर्स में से एक है और क़रीब 1 बिलियन डॉलर के हथियार सप्लाई करता है।
भारत ने इज़रायल की रक्षा क्षेत्र की कई बड़ी कंपनियों को भारत के साथ काम करने का न्योता दिया है। कहा जा रहा है कि 2027 तक हथियारों के मामले में भारत ने तक़रीबन 70 फीसदी आत्मनिर्भर बनने का लक्ष्य तय किया है। इसके लिए आने वाले सालों में क़रीब 130 अरब डॉलर के खर्च का खाका तय किया गया है। यही नहीं डाटा विश्लेषण समेत 9 प्रमुख क्षेत्रों में इज़रायल और भारत आपसी सहयोग के लिए साथ हैं।
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि उपकार्य समूह (एसडब्ल्यूजी) के मुख्य उद्देश्य मैत्रीपूर्ण देशों को संयुक्त निर्यात के अलावा टेक्नॉलॉजी ट्रांसफर, को-डेवलपमेंट और को-प्रोडक्शन, आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस, इनोवेशन आदि होंगे। इसमें कहा गया है कि एसडब्ल्यूजी के गठन की घोषणा एक वेबिनार में की गई जिसका आयोजन गुरुवार को किया गया था।
बयान में कहा गया है कि दोनों देशों के रक्षा सचिवों और रक्षा मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने वेबिनार में भाग लिया और दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग बढ़ाने के संबंध में बातचीत की। मंत्रालय ने कहा कि कल्याणी समूह और राफेल उन्नत रक्षा प्रणाली के बीच एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए गए। वेबिनार में भारत की 9 कंपनियों ने इज़रायल की 4 कंपनियों के साथ करार किया है।
आपको बता दें कि दुश्मन देशों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए भारत की एक और बड़ी रक्षा डील भी होने जा रही है। भारत जल्द इजरायल से दो ऐसी ‘आसमानी आंखें’ खरीदने जा रहा है जिससे पड़ोसी देश चीन और पाकिस्तान पर हर पल पैनी निगाह रखी जा सके। बताया गया कि भारत एक बिलियन डॉलर लागत की एक डील फाइनल करने जा रहा है। इस डील के मुताबिक इजरायल भारत को दो फॉल्कन एयरबॉर्न वॉर्निग एंड कंट्रोल सिस्टम (Phalcon Airborne Warning System) यानी ‘अवाक्स’ देगा। भारत का इजरायल के फॉल्कन AWACS (एयरबोर्न वॉर्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम) को रूस की इल्यूसिन-76 हैवी लिफ्ट एयरक्राफ्ट के ऊपर सेट करने का प्लान है।