चीन से फैली कोरोना वायरस महामारी ने पूरे देश में अपना रौद्र रूप दिखाया हुआ है. अब शायद ही ऐसी कोई जगह बची है जहां कोरोना के मामले सामने नहीं आए हैं. वरना तो छोटे से छोटे गांव से कोरोना के केस सामने आ चुके हैं. हैरानी वाली बात ये है कि, सरकार ने जब से लॉकडाउन में ढील दी है तभी से कोरोना बहुत तेजी से फैलने लगा है. कुछ ही दिनों में संक्रमित मरीजों का आकंड़ा 3 लाख पार कर चुका है. गुरुवार भारत का ऐसा पहला दिन रहा है जब संक्रमण के नए 10,000 से ज्यादा मामले सामने आए हैं.
फिर लागू होगा लॉकडाउन?
देश में कोरोना स्थिति को देखते हुए माना जा रहा है कि, फिर से लॉकडाउन लागू हो सकता है और इस बार किसी भी तरह की छूट नहीं दी जाएगी. क्योंकि, संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए अब एकमात्र रास्ता लॉकडाउन ही नजर आ रहा है. अब तक कोरोना वैक्सीन भी नहीं बनी है ऐसे में अगर समय पर ठोस कदम नहीं उठाए गए तो भारत उन देशों में शामिल हो सकता है जहां हर दिन हजारों लोग दम तोड़ रहे हैं.
एक रिपोर्ट की मानें तो कोरोना के 15 डेंजर जोन देशों में भारत का नाम भी है. ये सभी वो देश हैं जहां लॉकडाउन में ढील देने के बाद ही कोरोना के मामले ज्यादा देखे गए हैं. जिस तरह से देश में मामले बढ़ रहे हैं उस स्थिति में अस्पतालों की भी कमी पड़ सकती है और मौतों का आकंड़ा बढ़ सकता है. इन्हीं सब स्थितियों को देखते हुए अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ा फैसला लिया है.
प्रधानमंत्री मोदी सभी मुख्यमंत्रियों से करेंगे बातचीत
देश में कोरोना की स्थिति को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ा फैसला लेते हुए अगले सप्ताह सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत करने का फैसला लिया है. माना जा रहा है कि, पीएम सभी मुख्यमंत्रियों से लॉकडाउन पर बात कर सकते हैं और सभी राज्यों की स्थितियों का जायजा ले सकते हैं. क्योंकि, इससे पहले भी पीएम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 5 बार मुख्यमंत्रियों से बात कर चुके हैं. इस बार पीएम मोदी 16 और 17 जून को बात करेंगे. ध्यान देने वाली बात ये है कि, ऐसा पहली बार होगा जब पीएम दो दिन लगातार बैठक करेंगे.
सख्ती बढ़ाने पर विचार
लॉकडाउन के पांचवे चरण के बाद अनलॉक 1 हुआ जिसमें तमाम गतिविधियों पर छूट दी गई. लेकिन, इन सारी छूटों के साथ कोरोना के मामले भी बढ़ गए. जिससे सरकार काफी चिंतित है ऐसे में हो सकता है कि, पीएम राज्यों से सख्ती बढ़ाने पर विचार करें. हालांकि, 5 राज्यों की सरकार पहले ही अपने प्रदेश में सख्ती बढ़ाने और कड़े प्रतिबंध की तैयारी शुरू कर चुकी है. जिनमें पंजाब, मध्य-प्रदेश, तमिलनाडु, केरल और झारखंड शामिल है. इन सभी राज्यों ने लॉकडाउन में मिलने वाली छूट हटाने का फैसला किया है. साथ ही लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने के आदेश दिए हैं.