काशी विश्वनाथ मंदिर में 25 से 27 फरवरी तक वीआईपी दर्शन की सुविधा पर रोक लगा दी गई है। यह निर्णय भारी भीड़ और शिवरात्रि के मौके पर तीर्थयात्रियों की अधिक संख्या को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। इन दिनों काशी में तीर्थयात्रियों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हो रही है, विशेषकर महाकुंभ से लौट रहे श्रद्धालुओं के कारण।
मिली जानकारी के मुताबिक, अभी तक खास पर्वों और तिथियों पर ही श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में 5 से 6 लाख श्रद्धालु दर्शन के लिए आते थे। लेकिन महाकुंभ के बाद से रोजाना करीब 7 लाख या उससे भी ज्यादा श्रद्धालु काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने पहुंच रहे हैं।
26 फरवरी को काशी में 15 लाख श्रद्धालुओं की संभावना
विशेषकर 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन श्रद्धालुओं की संख्या और बढ़ सकती है। अनुमान है कि इस दिन करीब 14 से 15 लाख श्रद्धालु काशी पहुंच सकते हैं। इस भीड़ को ध्यान में रखते हुए मंदिर प्रशासन ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं और भीड़ प्रबंधन की रणनीति पर काम कर रहा है।
श्रद्धालुओं से अपील
मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी, विश्व भूषण ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे दर्शन के लिए अपनी सुविधानुसार पर्याप्त समय लेकर आएं, क्योंकि उस दिन कतार में बहुत देर हो सकती है। इसके अलावा श्रद्धालुओं को असुविधा से बचने के लिए पेन, कंघा, मोबाइल, बेल्ट और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान, चाभी आदि घर पर या होटल में छोड़कर आने की सलाह दी गई है। साथ ही, बुजुर्ग श्रद्धालुओं से अनुरोध किया गया है कि वे भारी भीड़ में आने से बचें और घर पर ही बाबा का लाइव दर्शन कर लें, ताकि उन्हें कोई परेशानी न हो।