रिपोर्ट- गौरव सिंघल, विशेष संवाददाता,दैनिक संवाद,सहारनपुर मंडल, उप्र:।।
सहारनपुर (दैनिक संवाद न्यूज)। संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर हर साल 21 जून को अंतरर्राष्ट्रीय योग दिवस की तर्ज पर 21 दिसंबर को विश्व ध्यान दिवस मनाए जाने की घोषणा का स्वागत करते हुए अंतर्राष्ट्रीय योग गुरु पद्मश्री स्वामी भारत भूषण ने इसे दूरदर्शी और विश्वहित का निर्णय बताया है। उनका कहना है कि ध्यान योग का अति महत्वपूर्ण अंग है क्योंकि वहां एक भी अंग के अभाव में हर अंग अपंग और योग अधूरा है।
उन्होंने कहा कि वर्ल्ड मेडिटेशन डे घोषित हो जाने से योग, मेडिटेशन और कुंडलिनी को अलग समझने का भ्रम भी दूर होगा। तैयारियों का समय न होने के बावजूद ध्यान दिवस की घोषणा के साथ ही साथ ही हर किसी को शारीरिक स्वास्थ्य मानसिक शांति धैर्य व सामाजिक समरसता के साथ आध्यात्मिक लाभ देने के लिए मोक्षायतन योग संस्थान ने 21 दिसंबर (आज) प्रात: 10 बजे कंपनी बाग के पंचवटी स्थित टीले पर पहला विश्व ध्यान दिवस सामूहिक रूप से मनाने की घोषणा की है। जिसमें सभी स्त्री पुरुष भागीदारी कर सकते हैं। कार्यक्रम संयोजक एन के शर्मा व योगाचार्या अनीता शर्मा ने बताया कि स्वच्छता की दृष्टि से सभी प्रतिभागियों को अपने साथ आसन / चादर लाने का आग्रह किया गया है। ध्यान शरीर को स्वस्थ, मन को शांत, बुद्धि को प्रखर और सोच को बड़ा बनाने का रास्ता है जिसका लाभ हर कोई ले सकता है जिसके लिए मोक्षायतन अंतर्राष्ट्रीय योग संस्थान ने अलग अलग तरह के लोगों के लिए ध्यान की अनेक विधियां विकसित की हैं!
आज विश्व ध्यान दिवस पर हर किसी के द्वारा किए जा सकने लायक असरदार लेकिन आसान ध्यान विधि का अभ्यास कराया जाएगा जिससे सभी बिखराव और तनाव से ऊपर उठकर तेजस्वी, एकाग्र और एकात्म होने का अवसर पा सकेंगे।