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दिल्‍ली में सुरक्षा एजेंसियों की उड़ी नींद, 39 दिनों के अंदर दो हल्के धमाकों से बड़ी साजिश, जानें

राजधानी दिल्ली (Capital Delhi)में 39 दिनों के भीतर हुए दो हल्के धमाकों (mild explosions)से बड़ी साजिश की बू (smell of conspiracy)आ रही है। रोहिणी और प्रशांत विहार दोनों (Both Rohini and Prashant Vihar)जगह हुए धमाके में सफेद पाउडर मिला है। साथ ही वारदात को एक ही तरह से अंजाम दिया गया है। ऐसे में सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ी हुई है। चिंता की बात यह है कि रोहिणी मामले में अभी तक आरोपी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आए हैं, वहीं दूसरे धमाके ने सुरक्षा एजेंसियों को खुली चुनौती दे दी है।

राजधानी दिल्ली गुरुवार को एक बार फिर ब्लास्ट से दहल गई। रोहिणी के सीआरपीएफ स्कूल की दीवार पर ब्लास्ट की घटना के बाद गुरुवार को प्रशांत विहार इलाके में तेज आवाज के साथ धमाका हुआ। इस घटना में एक ऑटो चालक घायल हो गया। प्रारंभिक तफ्तीश के मुताबिक ब्लास्ट के लिए विस्फोटक के उपर कचरा रखा था ताकि किसी को शक न हो। अबतक की जांच में सामने आया है कि पिछली बार की तरह इस बार भी सफेद पाउडर में तीन तरह के केमिकल मिले हुए हैं। फॉरेंसिक टीम इसकी जांच में जुटी है।

घटनास्थल से जो सफेद पाउडर बरामद हुआ है उसमें हाइड्रोजन पेरोक्साइड, बोरेट और नाइट्रेट के मिक्स होने के संकेत मिले हैं। इसका सामान्य इस्तेमाल माइनिंग में होता है, जबकि कुछ ब्यूटी प्रोडक्ट में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। 39 दिनों के भीतर हुए दो धमाके और सफेद पाउडर के बीच अब जांच उलझती जा रही है। अभी पहले मामले की गुत्थी सुलझी भी नहीं थी कि इस बीच बदमाशों ने ठीक उसी तरह के विस्फोटक का इस्तेमाल कर दूसरी वारदात को अंजाम दे दिया।

करीब दर्जन भर डीवीआर जब्त

आरोपियों तक पहुंचने के लिए पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। साथ ही दर्जन भर डीवीआर पुलिस ने अपने कब्जे में लिया है ताकि उधर से गुजरने वाले लोगों और गतिविधियों से जुड़ी घटनाओं को देख संदिग्ध की पहचान की जा सके। दरअसल, धमाके के पैटर्न की जांच में यह खुलासा हुआ है कि यह सफेद पाउडर से तैयार एक क्रूड बम था, लेकिन इसे कैसे तैयार किया गया था? और इसे किसने प्लांट किया, इस बात की जांच के लिए दिल्ली पुलिस के साथ-साथ एनएसजी और एनआईए सहित तमाम केंद्रीय एजेंसियां जुटी हुई है।

पुलिस ने रूट मैप तैयार किया

जांच में जुटी पुलिस ने संदिग्ध तक पहुंचने के लिए घटनास्थल से जुड़ी सड़कों का रूट मैप तैयार कर रही है। इसमें से खासतौर से उन रूटों को लिया गया है जो घटनास्थल वाली सड़क को हर अगले प्वाइंट से जोड़ती है। ऐसे प्वाइंट पर लगे सीसीटीवी फुटेज को भी कब्जे में लिया गया है, ताकि संदिग्ध के आने-जाने वाले रूट के हिसाब से उस तक पहुंचा जा सके। हैरानी की बात यह है कि दोनों ही बार एजेंसियों से जुड़े प्रतिष्ठान के आस-पास ही धमाके को अंजाम दिया गया है।

दिल्ली पुलिस के अलावा नेशनल इनवेस्टिगेटिव एजेंसी (एनआईए) और नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) की टीम भी कर रही है। दोनों एजेंसियों की टीम ने मौके का मुआयना किया और कुछ सैंपल भी उठाए हैं। इसके अलावा इन दोनों ही टीमों ने ब्लास्ट के पैटर्न को लेकर भी जानकारी ली, ताकि पिछले ब्लास्ट और इस बार के ब्लास्ट के कॉमन लिंक को तलाशा जा सके।

आसपास के इलाकों में धुआं फैल गया

दिल्ली के प्रशांत विहार में गुरुवार को हुए ब्लास्ट के बाद का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि इलाके में अफरा-तफरी मच गई थी और आसपास धुआं-धुआं हो गया था। लोग धुआं के कारण खांसी करते नजर आए। जबकि विस्फोट की आवाज सुनकर पीवीआर में आए लोग सहित अन्य स्टाफ भी आनन-फानन में बाहर निकल आए। साथ ही कुछ समय के लिए पीवीआर के मेन गेट पर पहुंचे तो वे भी धुआं की चपेट में गए। अंदर से बाहर आए कुछ लोगों को तो पहले यह समझ में ही नहीं आया कि आखिर धुआं कहां से आया है, लेकिन जैसे ही पता चला कि ब्लास्ट हुआ तो वे घबरा भी गए थे। बहरहाल, इस सबके बीच पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की है। पुलिस ने कहा है कि घटना की जांच की जा रही है। साथ ही सीसीटीवी फुटेज का भी विश्लेषण किया जा रहा है, जिससे कि आरोपी के बारे में सुराग मिल सके।

दोनों धमाकों में सफेद पाउडर का इस्तेमाल

जांच से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, सीआरपीएफ स्कूल और प्रशांत विहार में हुए धमाके में काफी समानताएं है। आशंका जताई जा रही है कि दोनों ब्लास्ट में एक ही संगठन या संदिग्ध का हाथ हो सकता है। दोनों जगहों पर धमाके के बाद सफेद पाउडर बिखरा हुआ था। एजेंसियां यह भी आशंका जता रही हैं कि पूरी योजना के बाद वारदात को अंजाम दिया गया है।

नहीं सुलझी है गुत्थी

रोहिणी में सीआरपीएफ स्कूल के पास हुए धमाके की घटना में भी पुलिस ने करीब दो दर्जन से ज्यादा लोगों से पूछताछ की। करीब सौ से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले और घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी में दिखाई दे रहे लोगों की सूची भी तैयार की, लेकिन अभी तक पुख्ता सुराग हाथ नहीं लगा है। अब तक इस मामले में किसी भी संदिग्ध की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। ऐसे में राजधानी के लोगों में डर का माहौल व्याप्त है।