संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत ने कहा है कि पाकिस्तान के साथ बातचीत तभी शुरू हो सकती है, जब पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद को पूरी तरह से खत्म करे। भारतीय राजदूत ने कहा कि भारत सीमापार आतंकवाद का पीड़ित है और आतंकवाद के प्रति हमारी जीरो टोलरेंस की नीति है।
Curbing terrorism is the first condition for talks with Pakistan, Indian Ambassador’s statement to UN : कोलंबिया विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ इंटरनेशनल एंड पब्लिक अफेयर्स में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत पर्वतनेनी हरीश भी शामिल हुए। कार्यक्रम में जब भारतीय राजदूत से पाकिस्तान को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान के साथ संपर्क करने और बातचीत करने की कोशिश की थी, लेकिन भारत में पाकिस्तान की तरफ से जारी आतंकी गतिविधियों ने विश्वास को खत्म कर दिया है। पाकिस्तान के साथ बातचीत में पहला मुद्दा आतंकवाद का खात्म है और यह एक अहम मुद्दा है।’
अपने संबोधन में हरीश ने इस बात पर जोर दिया कि वैश्विक मंच पर आतंकवाद एक बड़ा मुद्दा है। उन्होंने कहा, ‘भारत लंबे समय से सीमा पार और वैश्विक आतंकवाद का शिकार रहा है। उन्होंने कहा, ‘आतंकवाद का मुकाबला केवल अंतर्राष्ट्रीय सहयोग से ही किया जा सकता है। भारतीय राजदूत ने कहा कि हम एक और 9/11 का हमला नहीं चाहते और न ही 26/11 जैसा मुंबई हमला चाहते हैं।