खेल महाकुंभ पेरिस ओलम्पिक (Paris Olympic 2024) का आगाज हो चुका है. भारत अभी तक 2 ब्रॉन्ज मेडल जीत चुका है और खास बात यह है कि दोनों ही पदक हरियाणा के खिलाड़ियों ने जीते हैं. मनु भाकर ने पहले 10 मीटर एयर पिस्टल सिंगल इवेंट में और आज 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्सड इवेंट में अपने जोड़ीदार सरबजीत सिंह के साथ फिर से ब्रॉन्ज मेडल जीतकर हिंदुस्तान का नाम रोशन कर दिया है.
हरियाणा के खिलाड़ियों का दबदबा कायम
वैसे ही खेल मैदान का जिक्र करें तो देशभर को सबसे ज्यादा उम्मीद हरियाणा के खिलाड़ियों से रहती है. हर खेल प्रतियोगिता में हरियाणा के खिलाड़ी ऐसा कारनामा कर लोगों की उम्मीदों को पूरा भी करते हैं. इस बार के ओलंपिक में दिग्गज पहलवान बजरंग पूनिया नजर नहीं आएंगे, लेकिन झज्जर जिले के बिरोहड़ गांव के अमन सहरावत देश का प्रतिनिधित्व करते हुए कुश्ती का जौहर दिखाने जा रहे हैं.
ओलम्पिक पदक के जरिए देगा माता- पिता को श्रद्धांजलि
साल 2013 में माता और 2014 में पिता की मौत हो गई थी, लेकिन इतनी छोटी उम्र में इतना बड़ा नुक़सान होने के बावजूद अमन सहरावत के हौसले बुलंद रहें. उन्होंने कड़ी मेहनत और सच्ची लगन से मेहनत करते हुए देश- दुनिया में अपने नाम का डंका बजाया. उनके ताऊ ने कहा कि हमें ओलम्पिक खेलों में अमन से पदक की पूरी उम्मीद है. वो ओलम्पिक में पदक जीतकर अपने माता- पिता को श्रद्धांजलि देना चाहता है.
अमन सहरावत की उपलब्धियां
विश्व कुश्ती ओलंपिक क्वालिफायर में अमन ने अपने शानदार खेल से सभी को हैरान कर दिया था. उन्होंने अपना पहला खिताब साल 2021 में राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में जीता था. इसके बाद, साल 2022 के एशियाई खेलों में 57 किलोग्राम भारवर्ग में कांस्य पदक जीतकर भारत का नाम रोशन किया. अगले साल कजाकिस्तान में हुए एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में अमन सहरावत ने गोल्ड मेडल जीतकर अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया. जनवरी 2024 में उन्होंने ओपन कुश्ती टूर्नामेंट में पुरुषों की 57 किलोग्राम भारवर्ग में फिर से गोल्ड मेडल पर कब्जा कर देश- दुनिया में अपने नाम का डंका बजा दिया.