लोकसभा चुनाव में एनडीए को स्पष्ट बहुमत मिलने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अगली सरकार के गठन की तैयारियां चल रही है. इस बीच बहुमत से पिछड़ने वाला इंडिया गठबंधन अपनी उम्मीद नहीं छोड़ना चाहता. इंडिया गठबंधन के कई दलों की इच्छा है कि केंद्र में सरकार बनाने की कोशिश की जाए. महाराष्ट्र में शिवसेना उद्धव गुट पहले ही अपनी इच्छा सार्वजनिक कर चुका है.
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक इंडिया ब्लॉक में टीएमसी, शिवसेना उद्धव गुट और आम आदमी पार्टी सरकार बनाना चाहते हैं. सूत्रों के हवाले से छपी इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि रिजल्ट के दिन ही टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव को फोन किया था. उन्होंने उनसे एन. चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार से संपर्क करने को कहा गया है. चंद्रबाबू नायडू, अखिलेश के पिता मुलायम सिंह यादव के काफी करीबी थे. 1990 के दशक में यूनाइटेड फ्रंट में दोनों ने मिलकर काम किया था. जदयू प्रमुख और बिहार के सीएम नीतीश कुमार के साथ भी अखिलेश के संबंध बेहतर हैं.
18वीं लोकसभा में इन दोनों नेताओं के पास ही सत्ता की चाबी है. भाजपा के अपने दम पर बहुमत नहीं मिला है. वह 240 सीटों पर सिमट गई है. वहीं टीडीपी को 16 और जेडीयू के 12 सांसद हैं. एनडीए को बहुमत दिलाने में इन दोनों की अहम भूमिका है. ऐसी मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि रिजल्ट आने के बाद शरद पवार ने भी नीतीश और नायडू से संपर्क साधने की कोशिश की थी.
दिल्ली में इंडिया गठबंधन की बैठक के अगले दिन गुरुवार को ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी और डेरेक ओब्रायन ने भी अखिलेश से मुलाकात की. आप की राय है कि इंडिया गठबंधन को सरकार बनाने का विकल्प तलाशना चाहिए. इस सिलसिले में आप नेता संजय सिंह और राघव चड्ढा ने अभिषेक बनर्जी से मुलाकात की.
दिल्ली में बैठकों का दौर खत्म करने के बाद अभिषेक बनर्जी और ओब्रायन मुंबई के लिए रवाना हो गए. वहां वे उद्धव ठाकरे और उनके बेट आदित्य ठाकरे से मिलने वाले थे. हालांकि, सूत्रों का कहना है कि अखिलेश यादव का कहना है कि फिलहाल नायडू और नीतीश पाला बदलने को तैयार नहीं होंगे. लेकिन, हमें भाजपा को लगातार दबाव में रखना होगा.