एनडीए संसदीय दल की बैठक में नरेंद्र मोदी को नेता चुन लिया गया है। एनडीए ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया। नरेंद्र मोदी रविवार को लगातार तीसरी बार देश के पीएम पद की शपथ लेंगे। संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं चुनाव जीतने वाले सभी नेताओं को बधाई देता हूं, मैं इस जीत के लिए जमीन पर अथक परिश्रम करने वाले सभी लोगों का भी अभिवादन करता हूं।’
उन्होंने कहा कि विपक्ष ने 2024 के लोकसभा नतीजों को हमारी हार के रूप में दिखाने का प्रयास किया लेकिन हमारे देश के लोग जानते हैं कि हम कभी नहीं हारे। उन्होंने कहा, “इस गठबंधन के केंद्र में परस्पर विश्वास है। प्रधानमंत्री मोदी ने एनडीए संसदीय दल की बैठक में कहा कि हम ‘सर्व धर्म समभाव’ के सिद्धांत का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह भारत के इतिहास का सबसे सफल गठबंधन है, हमारा उद्देश्य हमारे सभी फैसलों में आम-सहमति पाने का होगा।
उन्होंने कहा, एनडीए ऐसे दलों का जमावड़ा नहीं है जो सत्ता के लिए साथ आए हैं, बल्कि यह ‘राष्ट्र प्रथम’ के सिद्धांत के प्रति समर्पित स्वाभाविक गठबंधन है। एनडीए सरकार अगले 10 वर्ष में सुशासन, विकास और आम नागरिकों के जीवन में न्यूनतम हस्तक्षेप पर ध्यान केंद्रित करेगी। जब भी मैं भगवान जगन्नाथ के बारे में सोचता हूं तो मुझे लगता है कि वे गरीबों के भगवान हैं। अगले 25 वर्ष में ओडिशा देश के प्रमुख विकास इंजनों में से एक होगा।
उन्होंने कहा कि देश के 10 राज्य ऐसे हैं जहां जनजातीय समूह की संख्या प्रभावी और निर्णायक है और इनमें से सात राज्यों में एनडीए की सरकार है। मोदी ने कहा, ‘हम सर्व पंथ समभाव और संविधान को समर्पित लोग हैं। हमारा गोवा हो या हमारा पूर्वोत्तर भारत हो। जहां बहुत बड़ी मात्रा में ईसाई भाई-बहन रहते हैं। आज इन राज्यों में भी राजग को सेवा करने का अवसर मिला हुआ है।’ नरेंद्र मोदी ने कहा कि चुनाव पूर्व गठबंधन के इतिहास में जितना सफल एनडीए हुआ है उतना कोई नहीं हुआ।