देश का राजधारी दिल्ली इस समय गैस चैंबर में तबदील हो चुकी है। दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में बनी रही। कुछ स्टेशनों पर वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) में थोड़ा सुधार हुआ और यह ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पहुंच गया।
Delhi has turned into a gas chamber: राष्ट्रीय राजधानी में आनंद विहार में एक्यूआई पीएम 10 के साथ 446 पर ‘गंभीर’ श्रेणी में रहा, जबकि पीएम 2.5 को ‘बहुत खराब’ श्रेणी के तहत 376 पर दर्ज किया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, एनओ2 101 और सीओ 112 ‘मध्यम’ श्रेणी में दर्ज किया गया। बवाना में पीएम 2.5 ‘बहुत खराब’ श्रेणी के तहत 348 पर पहुंच गया। जबकि, पीएम 10 ‘खराब’ श्रेणी के तहत 277 पर था। रात 8 बजे सीओ 72 और एनओ2 40 ‘संतोषजनक’ स्तर पर दर्ज किए गए।
वहीं, हालात से निपटने के लिए दिल्ली में 500 से ज्यादा टीमें ग्राउंड पर उतरेंगी और नियमों का कड़ाई से पालन करवाएंगी। सरकार ने दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण फैलाने वाले ट्रकों, कमर्शन चारपहिया वाहनों और सभी तरह के निर्माण पर प्रतिबंध लगा दिए हैं।