कोयंबटूर में पिछले दिनों एक मंदिर के पास हुए विस्फोट मामले की जांच कर रही NIA ने एक बड़ा खुलासा किया है. विस्फोट की इस घटना में एक 29 साल के इंजीनियर की मौत हो गई थी. मारे गए इस इंजीनियर को लेकर नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने बताया कि वो एक आत्मघाती हमलावर था यानी विस्फोट की इस घटना को उसने ही अंजाम दिया था. तमिलनाडु के कोयंबटूर में दिवाली से एक दिन पहले एक कार में जोरदार धमाका हुआ था. जिस समय यह विस्फोट हुआ उस समय कार एक मंदिर के सामने से गुजर रही थी. उसमें जेमिशा मुबीन नाम का एक शख्स मौजूद था, जो पेशे से इंजीनियर था.
NIA के सूत्रों के मुताबिक, isis ने जेमिशा को कट्टर बना दिया था. लेकिन उसे टेरर एक्टिविटीज़ की ठीक से ट्रेनिंग नहीं मिली थी. उसने विस्फोटकों को सहेजने की जानकारी इंटरनेट से जुटाई थी. इस मामले में अब तक 6 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. इन आरोपियों में से एक ने पूछताछ के दौरान कबूल किया है कि वह केरल की जेल में दो ऐसे लोगों से मिला था जिनका श्रीलंका के ईस्टर बम विस्फोट में शामिल आईएसआईएस समूह से संबंध था. पुलिस सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि एक आरोपी फिरोज इस्माइल ने स्वीकार किया कि उसने केरल की एक जेल में बंद मोहम्मद अजहरुद्दीन और राशिद अली से मुलाकात की थी.
संदिग्धों के ठिकानों की तलाशी
उन्होंने कहा कि उनकी मुलाकात के मकसद का पता लगाने के लिए आगे पूछताछ की जा रही है. पुलिस ने कहा कि पांच आरोपियों को उनके घर ले जाया गया और तलाशी ली गई. इस बीच, पुलिस ने कोयंबटूर जिले में वाहनों की जांच जारी रखी और सड़क किनारे खड़ी लावारिस मोटरसाइकिल और कार को अपनी हिरासत में ले लिया. इसके अलावा अधिकारियों ने तमिलनाडु की केरल के साथ लगती सीमा पर पुलिस और वन चौकियों पर भी वाहनों की जांच तेज कर दी है. पुलिस राज्य के अन्य हिस्सों में भी संदिग्धों के परिसरों की तलाशी ले रही है.
मुबीन के घर से 75Kg विस्फोटक बरामद
दिवाली से एक दिन पहले कार में लगे सिलेंडर में विस्फोट होने से उसमें सवार जेमिशा मुबीन की मौत हो गई थी. बाद में मुबीन के घर से पोटाशियम नाइट्रेट समेत 75 किलोग्राम विस्फोटक बरामद किया गया था. इससे पहले, तमिलनाडु के राज्यपाल आर. एन रवि ने कार विस्फोट को एक बड़ा आतंकी हमला बताया था. उन्होंने कहा था कि बाद में मिले विस्फोटक और रसायन यह बताने के लिए काफी है कि उन लोगों ने कई हमलों की योजना बनाई थी.