कांग्रेस अध्यक्ष (Congress President) का पद संभालते ही मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने अपनी टीम का ऐलान कर दिया है. उन्होंने कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की जगह स्टीयरिंग कमिटी यानी संचालन समिति का गठन किया है. खड़गे ने स्टीयरिंग कमिटी में 47 सदस्यों को जगह दी है, जिसमें सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से लेकर पूर्व पीएम मनमोहन सिंह (Manmohan Singh), राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) को जगह दी है. स्टीयरिंग कमेटी में खड़गे के खिलाफ अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने वाले नेता शशि थरूर को जगह नहीं मिल पाई है. माना जा रहा है कि अब ये कमेटी कांग्रेस पार्टी को लेकर सभी बड़े फैसले लेगी.
खड़गे की टीम में एक सदस्य 50 साल से कम
मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को सुबह कांग्रेस अध्यक्ष पद की शपथ ली. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पार्टी में 50 फीसदी पद 50 साल से कम उम्र के युवाओं को देने का ऐलान किया था. इतना ही नहीं उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान भी 50 फीसदी पद युवाओं को देने का वादा किया था. हालांकि, बुधवार को देर शाम जब खड़गे ने अपनी टीम का ऐलान किया तो कांग्रेस वर्किंग कमेटी के बदले 47 सदस्यों की स्टीयरिंग कमेटी की घोषणा की, जिसमें एक सदस्य को छोड़कर बाकी सदस्यों की उम्र 50 साल से ऊपर थी.
खड़गे की 47 सदस्यीय टीम में सिर्फ एक सदस्य की उम्र 50 साल से कम की है. यह तमिलनाडु के विरुधुनगर से लोकसभा सांसद बी मनिकम टैगोर हैं, जिन्हें खड़गे ने अपनी टीम में शामिल किया है. स्टीयरिंग कमेटी में सदस्य बने बी मनिकम टैगोर की उम्र 47 साल है. इसके अलावा खड़गे की टीम में जिन नेताओं को जगह मिली है, उनकी उम्र 50 साल या फिर ज्यादा की है. इस तरह से खड़गे ने अपनी पहली टीम बनाने में ही अपने चुनावी वादे को तोड़ दिया है. इतना ही नहीं उदयपुर के संकल्प को अमलीजामा पहनाने में भी सफल नहीं हो पाए.
50 से 60 साल के नेताओं को मिली जगह
मल्लिकार्जुन खड़गे की टीम में शामिल सदस्यों की फेहरिश्त देखें तो प्रियंका गांधी वाड्रा और देवेंद्र यादव की उम्र 50 साल है. राहुल गांधी 52 साल, जितेंद्र सिंह 51 साल, हरीश चौधरी 52 साल, दिनेश गुंडु राव 53 साल और रणदीप सुरेजवाला 55 साल के हैं. इसके अलावा अजय माकन 58 साल, केसी वेणुगोपाल 59 साल और कुमारी शैलजा 60 साल की हैं जबकि टीम के बाकी सदस्यों की उम्र 60 साल के ऊपर है.
कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर ताजपोशी के बाद खड़गे ने अपनी पहली टीम में भले ही राहुल गांधी की पसंद के नेताओं को जगह दी है, लेकिन ज्यादातर सदस्यों की उम्र 50 साल के ऊपर की है. उदयपुर के चिंतन शिविर में 50 प्रतिशत पद कांग्रेस में हर स्तर पर, ब्लॉक, जिला, प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर युवाओं को दिए जाने का संकल्प लिया गया था. ऐसे कर्मठ कार्यकर्ता जिनकी 50 वर्ष से कम उम्र है, उनको मौका मिलने की उम्मीद लगाई जा रही थी. खड़गे ने चुनाव जीतने पर कहा था कि हम उदयपुर घोषणा पत्र को लागू करेंगे.
स्टीयरिंग कमिटी में 37 सदस्यों को मिली जगह
कांग्रेस में अभी तक हर बड़ा फैसला कांग्रेस कार्य समिति (CWC) द्वारा लिया जाता था. इस हाई प्रोफाइल कमेटी में कुल 23 सदस्य होते हैं, लेकिन मल्लिकार्जुन खड़गे ने उस कांग्रेस कार्य समिति को भंग कर दिया है. अब उसकी जगह पर एक नई कमेटी बना दी है, जिसे स्टीयरिंग कमिटी का नाम दिया है. इसमें 47 सदस्यों को जगह दी गई है. माना जा रहा है कि अब ये कमेटी कांग्रेस पार्टी को लेकर सभी बड़े फैसले लेगी.
मल्लिकार्जुन खड़गे के नए कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालने के बाद कार्य समिति के सभी सदस्यों, महासचिवों और प्रभारी ने अपने इस्तीफे दे दिए थे. ऐसा इसलिए किया गया है ताकि नए प्रमुख अपनी पसंद की टीम बना सकें. बता दें कि नए अध्यक्ष के चुनाव के तुरंत बाद कांग्रेस के सभी पदाधिकारियों के इस्तीफा देने की परंपरा रही है. इसके बाद खड़गे ने बुधवार को देर शाम कांग्रेस कार्य समिति की जगह स्टीयरिंग कमिटी यानी संचालन समिति का गठन किया.
कांग्रेस की संचालन समिति में कुल 47 नेताओं को शामिल किया गया है। इसमें राहुल गांधी, सोनिया गांधी, डॉ. मनमोहन सिंह के अलावा एके एंटनी, अभिषेक मनु सिंघवी, अजय माकन, अंबिका सोनी, आनंद शर्मा, अविनाश पांडेय. गाएखांगम, हरीश रावत, जयराम रमेश, जितेंद्र सिंह, कुमारी शैलजा, केसी वेणुगोपाल, मुकुल वासनिक, ओमेन चैंडी, प्रियंका गांधी, पी चिदंबरम, रणदीप सिंह सुरजेवाला, रघुबीर मीना, तारिक अनवर, ए चेल्ला कुमार, अधीर रंजन चौधरी, भक्त चरण दास, देवेंद्र यादव दिग्विजय सिंह, दिनेश गुंडु राव, हरीश चौधरी, एचके पाटिल, जय प्रकाश अग्रवाल, केएच मुनियप्पा, बी मानिकम टैगोर, मनीष चतरथ, मीरा कुमार, पीएल पुनिया, पवन कुमार बंसल, प्रमोद तिवारी, रंजनी पाटिल, रघु शर्मा, राजीव शुक्ला, सलमान खुर्शीद, शक्तिसिंह गोहिल, टी सुब्बिरामी रेड्डी, तारिक हामिद शामलि हैं.
इन सदस्यों को नहीं मिली जगह
सीडब्ल्यूसी के विशेष आमंत्रित सदस्य को खड़गे की नई शामिल नहीं किया गया हैं. उनमें अजय कुमार लल्लू, दीपेंद्र सिंह हुड्डा, सचिन राव और चिंता मोहन. इसके अलावा सेवा दल के मुख्य आयोजक लालजी देसाई, यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास, एनएसयूआई प्रमुख नीरज कुंदन, महिला कांग्रेस प्रमुख नेट्टा डिसूजा और इंटक जी के अध्यक्ष संजीव रेड्डी को जगह नहीं मिली.
कांग्रेस संविधान के अनुच्छेद XV(बी) के तहत कांग्रेस अध्यक्ष ने संचालन समिति का गठन किया है, जो कांग्रेस कार्य समिति के स्थान पर काम करेगी. यह संचालन समिति अब पार्टी के सभी अहम फैसले लेने का काम करेगी. कांग्रेस के इस महत्वपूर्ण कमेटी में 50 साल के कम उम्र के महज एक सदस्य को जगह मिली है जबकि बाकी सदस्य 50 के ऊपर वाले हैं. इस तरह से खड़गे ने अपनी पहली और महत्वपूर्ण टीम में राहुल के पंसद को तरजीह दिया, लेकिन उदयपुर के संकल्प को पूरा नहीं कर सके.
सीडब्ल्यूसी के सभी सदस्यों और पार्टी के पदाधिकारियों ने मल्लिकार्जुन खड़गे को अपनी टीम चुनने में सक्षम बनाने के लिए अपने-अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है. इसके बाद खड़गे ने नई टीम का गठन किया है. यह नई संचालन समितिन जब तक सीडब्ल्यूसी का गठन नहीं हो जाता है तब तक काम करेगी. इस दौरान खड़गे पार्टी से जुड़े तमाम अहम फैसले इसी समिति के जरिए करेंगे. कांग्रेस अगले साल मार्च में बड़ी बैठक बुलाएगी, जिसमें सभी पीसीसी प्रतिनिधि शामिल होंगे. इसमें सीडब्ल्यूसी का गठन किया जाएगा.