अयोध्या में ‘दीपोत्सव’ कार्यक्रम अब 21 अक्टूबर से रामलीला के साथ शुरू होगा जिसका मंचन रूस, मलेशिया, श्रीलंका और फिजी के कलाकार करेंगे। अयोध्या प्रशासन ने छठे दीपोत्सव समारोह के लिए मंदिर शहर में मेगा सांस्कृतिक गतिविधियों की योजना बनाई है। तीन दिवसीय सांस्कृतिक उत्सव 23 अक्टूबर को दिवाली की पूर्व संध्या पर समाप्त होगा। अयोध्या प्रशासन ने सरयू नदी के तट पर राम की पैड़ी घाट पर 14 लाख दीये जलाने का लक्ष्य रखा है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, 21 अक्टूबर को लखनऊ और अयोध्या के कलाकार शास्त्रीय भजन गाएंगे। मुख्य आयोजन नया घाट पर होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दक्षिण कोरिया के एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल की उपस्थिति में दीपोत्सव समारोह के दौरान अयोध्या में क्वीन हीओ मेमोरियल पार्क का उद्घाटन करेंगे। 22 अक्टूबर को लखनऊ, अयोध्या और गोंडा के कलाकार नया घाट पर लोकगीतों से स्थानीय लोगों को मंत्रमुग्ध कर देंगे।
उसी दिन रूस, मलेशिया, श्रीलंका और फिजी के कलाकार रामलीला करेंगे, जबकि तमिलनाडु, गुजरात और ओडिशा सहित अन्य राज्यों की रामलीलाएं भी की जाएंगी। थाईलैंड, त्रिनिदाद और टोबैगो के कलाकार गुप्तार घाट पर प्रस्तुति देंगे। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग की संस्था अयोध्या शोध संस्थान सभी सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है। योगी आदित्यनाथ सरकार ने 2017 में अयोध्या में दिवाली की पूर्व संध्या पर दीपोत्सव समारोह की शुरूआत की और तब से यह आयोजन तेजी से लोकप्रिय हो रहा है।