प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को 856 करोड़ रुपये की लागत से बने महाकाल पथ का उद्घाटन करेंगे. इसके पहले चरण का निर्माण पूरा होने में करीब 60 महीने का वक्त लगा है. 946 मीटर लंबे कॉरिडोर में 12 हजार टन पत्थरों का इस्तेमाल किया गया है. यहां के अलग-अलग हिस्से में QR कोड लगे हैं जिसे स्कैन पर पर्यटकों कई तरह की दिलचस्प जानकारियां मिलेंगी.
- मुख्यद्वार से मंदिर के गेट तक 92 प्रतिमाएं लगाई गईं जो इसे भव्य बनाती हैं. परिसर में 45 प्रजातियों के पौधे लगाए लगाए हैं.
- महाकाल लोक को देखने में पर्यटकों को 5 से 6 घंटे का वक्त लगेगा. यहां 2700 गाड़ियों की पार्किंग का इंतजाम किया गया है.
- नए निर्माण के बाद अब 2.7 हेक्टेयर में फैले महाकाल परिसर का दायरा बढ़कर 47 हेक्टेयर तक पहुंच गया है.
- लागत की तुलना करें तो यह काशी कॉरिडोर से एक कदम आगे है. काशी कॉरिडोर का निर्माण 800 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है, वहीं महाकाल लोक परिसर के निर्माण की लागत 856 करोड़ रुपये है.