मंगलवार को 2022-23 का बजट पेश हो रहा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अपना चैथा बजट पेश कर रही हैं। सीतारमण ने 2019 में अपना पहला बजट पेश किया था। निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करते हुए कहा कि इस बजट में विकास को प्रोत्साहन दिया गया है। साथ ही इस बजट में सरकार के इरादे को दर्शाया गया है।
बजट की बड़ी बातें
- निर्मला सीतारमण ने कहा कि 2014 से हमारी सरकार गरीबी और हाशिए पर रह रहे लोगों को सशक्त बनाने में जुटी। गरीबों के लिए 80 लाख घर बनेंगे।
- कोरोना लहर से जूझ रहा है. लेकिन हमारी अर्थव्यवस्था तेजी से उभर रही है।
- आगामी वित्त वर्ष में भारत की आर्थिक वृद्धि 9.2 फीसदी रहने का अनुमान है।
- एलआईसी के जल्द आईपीओ आने की उम्मीद है।
- 25 साल की बुनियाद का बजट
- 60 लाख नई नौकरियां सृजित की जाएंगी।
- किसानों की आय को बढ़ाने के लिए पीपीपी मोड में योजना शुरू की जाएगी।
- 1 साल में 25000 किमी हाइवे, 3 साल में 400 नई पीढ़ी की वंदे भारत ट्रेनें चलाई जाएंगी।
- तिलहनों के उत्पादन को बढ़ाने की दिशा में सरकार काम करेगी।
- 5 नदियों को जोड़ा जाएगा।
- ऑर्गेनिक खेती पर सरकार का जोर।
- किसानों को डिजिटल सर्विस मिलेगी।
- रेलवे छोटे किसानों और उद्यमों के लिए कुशल लॉजिस्टिक्स विकसित करेगा। स्थानीय उत्पाद की सप्लाई चैन बढ़ाने के लिए एक स्टेशन, एक उत्पाद योजना शुरू की जाएगी।
बजट से आम जनता को हैं ये उम्मीदें
यह बजट ऐसे समय आ रहा है जब देश महामारी की तीसरी लहर से जूझ रहा है। 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। ऐसे में आम जनता से लेकर सभी को इस बजट से काफी उम्मीदें हैं। बढ़ती महंगाई, एग्री सेक्टर और किसानों की परेशानियां, आत्मनिर्भर भारत, बढ़ते खतरों के बीच डिफेंस पर ध्यान, टैक्स नियमों और डिडक्शन को लेकर बदलाव आदि अहम मुद्दे हैं, जिनके ऊपर इस बजट में खास फोकस रहने की उम्मीद है।
निर्मला सीतारमण ने बदली कईं परंपराएं
पहले बजट में लाईं ‘बही-खाता’
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2019 में जब अपना पहला बजट पेश किया था, तब उन्होंने ब्रीफकेस में बजट दस्तावेज लाने की परंपरा तोड़ कर नई परम्परा की शुरूआत की थी। इसकी जगह वो लाल रंग के कपड़े में बजट दस्तावेज लेकर संसद पहुंची। ये भारतीय बही-खाते का स्वरूप था। उनका बजट भाषण 2 घंटे 17 मिनट चला था और इसी के साथ उन्होंने 2003 में जसवंत सिंह के 2 घंटे 15 मिनट लंबे बजट भाषण देने के रिकॉर्ड को तोड़ दिया था।