केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने 01 फरवरी को 2022 के देश का बजट पेश किया है। इस बजट में विद्यार्थियों की शिक्षा के लिए विशेष प्रावधान हैं। निर्मला सीतारमण ने कहा कि कोरोना के चलते हुए बच्चों के पढ़ाई के नुकसान को ध्यान में रखते हुए 1 क्लास 1 टीवी चैनल की गिनती 12 से बढ़ाकर 200 तक की जाएगी। अभी डिजिटल मंच पर कक्षाओं का संचालन होगा। इसके अलावा टीचर्स को डिजिटल टूल्स से लैस किया जाएगा ताकि वे रीजनल लैंग्वेज में वर्ल्ड क्लास शिक्षा बच्चों को दे सकें। क्षेत्रीय भाषाओं में कक्षा 1 से 12 तक के लिए फ्री टीवी चैनल की गिनती बढ़ाकर 200 तक की जाएगी।
डिजिटल यूनिवर्सिटी की होगी स्थापना
त्वरित शिक्षा और तेजी से शिक्षा मिलने की व्यवस्था लागू करना है। मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए डिजिटल एजुकेशन को बढ़ावा दिया जाएगा। वित्त मंत्री ने कहा कि एक डिजिटल यूनिवर्सिटी की स्थापना की जाएगी। यूनिवर्सिटी में पर्सनाइज्ड लैंग्वेज (लोकल भाषा) में इंफॉर्मेशन कम्यूनिकेशन टेक्नोलॉजी फॉर्मेट पर शिक्षा मिलेगी।
डिजिटल इकोसिस्टम होगा लॉन्च
स्किल डेवलेपमेंट और आजीविका के लिए डिजिटल इकोसिस्टम लॉन्च किया जाएगा। इसका उद्देश्य ऑनलाइन ट्रेनिंग के माध्यम से नागरिकों को स्किल, रीस्किल और अपस्क्लि प्रदान करना होगा। नौकरियों और अवसरों को खोजने के लिए एपीआई आधारित स्किल क्रेडेंशियल और पेमेंट लेयर्स भी होंगे।
रिजल्ट ओरिएंटेड होंगे यूनिवर्सिटी सिलेबस
ग्रामीण क्षेत्रों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए एग्रिकल्चर यूनिवर्सिटी के सिलेबस में बदलाव किया जाएगा। एआईसीटीई अर्बन प्लैनिंग कोर्सेज का विकास करेगा। नेचुरल, जीरो-बजट ऑर्गेनिक फार्मिंग और मॉर्डन डे एग्रिकल्चर के लिए सिलेबस में बदलाव किए जाएंगे।
नई नौकरियों का होगा सृजन
देश के युवाओं के लिए घोषणा करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत इनीशिएटिव के अंतर्गत 60 लाख नई नौकरियों का सृजन करने की क्षमता है। इसके अलावा अगले 5 वर्षों में 30 लाख अतिरिक्त नौकरियां भी मिलेंगी। लोगों को रोजगार मिलेगा तो आत्मनिर्भर भारत का निर्माण होगा।