यूपी के हाथरस में एक 19 वर्षीय लड़की के साथ हैवानियत की खबर सामने आई है। यहां कुछ लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था। हैवानियत की शिकार वो दलित लड़की आज अस्पताल के आईसीयू में वेंटिलेटर पर जिंदगी और मौत से जूझ रही है। हैवानों ने गैंगरेप के बाद उसकी रीढ़ की हड्डी तोड़ डाली थी और फिर उसकी जीभ भी काट दी थी, जिससे वह किसी को घटना के बारे में बता ना सके।
घटना के बाद वह एक हफ्ते से ज्यादा बेहोश रही थी। आरोप है कि 19 साल की दलित लड़की के साथ गांव के ही चार दबंग युवकों ने हैवानियत की हद पार करते हुए इस गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया था। इस मामले में पुलिस का रवैया भी कठघरे में है। पुलिस ने छेड़खानी के आरोप में इस मामले में एफआईआर दर्ज की थी। घटना के बाद सवाल उठने से तीन आरोपियों को आनन-फानन में गिरफ्तार किया जा चुका है। घटना 14 सितंबर की बतायी जा रही है जिसके बाद पीड़िता बेहोश रही, 21 सितंबर को जब उसे होश आया तो उसके बाद की गई डॉक्टरी परीक्षण के दौरान मेडिकल रिपोर्ट में गैंगरेप की पुष्टि हुई और फिर इस मामले ने तूल पकड़ लिया। पीड़िता ने होश में आने पर यह भी बताया था कि आरोपियों ने उसकी जीभ काट दी थी, जिससे वह लोगों को घटना के बारे में ना बता सके।
पीड़िता पिछले 13 दिनों से जिंदगी और मौत के बीच अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज में जूझ रही है। हालत बिगड़ने पर उसे आईसीयू में शिफ्ट करते हुए वेंटिलेटर पर रखा गया है। उसकी हालत नाजुक बतायी जा रही है। जेएन मेडिकल के डॉक्टरों का कहना है कि पीड़िता के दोनों हाथ और दोनों पैरों ने काम करना बंद कर दिया है।
हाथरस के थाना चंदपा इलाके के गांव में 14 सितंबर को चार दबंग युवकों ने 19 साल की दलित लड़की के साथ बाजरे के खेत में गैंगरेप किया था। इस मामले में पुलिस ने लापरवाही भरा रवैया अपनाया। रेप की धाराओं में केस ना दर्ज करते हुए छेड़खानी के आरोप में एक युवक को हिरासत में लिया। इसके बाद उसके खिलाफ धारा 307 (हत्या की कोशिश) में मुकदमा दर्ज किया गया था। घटना के 9 दिन बीत जाने के बाद पीड़िता होश में आई तो अपने साथ हुई आपबीती अपने परिजनों को बताई। जब पीड़िता का डॉक्टरी परीक्षण हुआ तो इसमें गैंगरेप की पुष्टि होने के बाद हाथरस पुलिस ने तीन युवकों को गिरफ्तार कर लिया है।