हिमाचल प्रदेश में मानसून की बारिश ने तबाही मचा दी है. प्रदेश में 26 दिनों के भीतर 114 लोगों की मौत हुई है, 6 लोग अभी भी लापता हैं और 148 घायल हुए हैं. राजस्व विभाग के प्रधान सचिव ओंकार चंद शर्मा ने बताया कि 29 जून से 24 जुलाई शाम 6 बजे तक प्रदेश में 148 लोगों की मौत हुई है और अब तक 422 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है. अधिकतर मौतें खराब मौसम के चलते हुए हादसों से हुई हैं.
प्रदेश में सोमवार सुबह 10 बजे तक 29 सड़कें बंद हैं जिनमें अकेले कुल्लू जिले में 18 सड़कें बंद हैं. प्रदेश में 95 ट्रांसफार्मर ठप हैं और 13 जलापूर्ति की परियोजनाएं प्रभावित हैं. मंडी जिले में सबसे ज्यादा 87 ट्रांसफार्मर ठप हैं. मौसम विभाग के अनुसार 27 जुलाई तक मौसम खराब रहेगा, विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है. 28 और 29 जुलाई के लिए ओरेंज अलर्ट जारी किया गया है.
नदी-नालों से दूर रहने की सलाह
आपदा प्रबंधन के प्रकोष्ठ की रिपोर्ट के अनुसार भारी बारिश के चलते 20 पक्के और 32 कच्चे मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं जबकि 31 पक्के और 104 कच्चे घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा है. राज्य सरकार ने पर्यटकों और आम जनता को नदी-नालों से दूर रहने की सलाह दी है. खतरे वाली जगहों पर न जाने और अनावश्यक रूप से यात्रा न करने को कहा है. प्रदेश के बहुत से स्थानों पर भूस्खलन का खतरा बना हुआ है.