झुंझुनूं. जिले के सिंघाना थाना इलाके में स्थित स्कूल में 11 साल की बच्ची के साथ रेप (Rape) की वारदात के मामले में पुलिस ने स्कूल की दो महिला टीचर (Female Teacher) को भी गिरफ्तार किया है. दोनों महिला टीचर्स ने पीड़िता के मोबाइल से हेडमास्टर की चैट और अश्लील फोटो डिलिट दिये थे. रेप केस के मुख्य आरोपी हेडमास्टर अलवर निवासी केशव यादव को पुलिस कल ही गिरफ्तार कर चुकी है. घटना के बाद जिला कलेक्टर के आदेश के पर स्कूल के पूरे स्टाफ को सस्पेंड कर दिया गया है. स्कूल में 4 महिला और 2 पुरुष टीचर समेत 6 लोगों का स्टाफ था. दो महिला टीचर पिछले दो महीने से अनुपस्थित चल रही थीं.
सिंघाना थानाधिकारी भजना राम ने बताया कि आरोपी हेडमास्टर से और बच्ची के घर जाकर पूछताछ की तो कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं. पीड़िता ने बताया कि 9 अक्टूबर को स्कूल में ही पढ़ाने वाली दो महिला टीचर सुनीला और सुमित्रा उसके घर आई थीं. दोनों महिला टीचर्स ने बातों बातों में ही पीड़िता का मोबाइल लेकर उसकी हेडमास्टर से हुई चैट और अश्लील फोटो को डिलीट कर दिया. उसके बाद दोनों महिला टीचर चली गईं. पुलिस अब तक मान रही थी कि बच्ची के मोबाइल से चैट और अश्लील फोटो आरोपी हेडमास्टर ने डिलीट कर सबूत मिटाये थे. लेकिन जब बच्ची से पुलिस ने घटना के बारे में पूछा तो स्कूल की दोनों महिला टीचर्स के नाम सामने आए. दोनों महिला टीचर के नाम सामने आने के बाद पुलिस ने सूरजगढ़ थाना इलाके के स्वामी सेही गांव से सुनीला (30) और सिंघाना थाना इलाके के गाडा खेड़ा गांव से सुमित्रा (51) को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार महिला टीचर्स में से सुमित्रा को विधवा कोटे में नौकरी मिली थी.
अब तक की जांच और महिला टीचर्स से प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि दोनों ने 5 अक्टूबर को बच्ची के साथ हुई घटना के बाद स्कूल के बच्चों से सुना कि हेडमास्टर केशव यादव बच्ची को अश्लील मैसेज भेजता है. इसके बाद स्कूल की बदनामी के डर और हेडमास्टर को बचाने की नियत से दोनों महिला टीचर्स 9 अक्टूबर को सुबह ही बच्ची के घर पहुंची. उन्होंने पीड़िता का मोबाइल लेकर हेडमास्टर से बच्ची की चैट और अश्लील फोटो को डिलीट कर मोबाइल को फॉर्मेट कर दिया. घटना की गंभीरता को देखते हुये शनिवार को जिला कलेक्टर उमरदीन खान और एसपी मनीष त्रिपाठी पीड़िता के स्कूल पहुंचे और वहां आवश्यक जानकारी प्राप्त की. जिला कलेक्टर और एसपी पीड़िता के घर भी गये और उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया. उन्होंने पीड़िता के परिवार से घटना के बारे में जानकारी ली.