तीन स्कूली छात्राओं से हुई दुष्कर्म की घटना में आरोपियों ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि वे एक गैंग की तरह रेलवे स्टेशन और बस अड्डे पर अकेली युवतियों को तलाशते थे। उन्हें बातों में फंसाकर हरियाणा, चंडीगढ़ और पंजाब में शादी के लिए बेच देते थे। पुलिस की ओर से बरामद की गई इन किशोरियों को आरोपी दो-दो लाख रुपये में बेचना चाहते थे। वहीं, फरार चल रहे मुख्य आरोपी संजय उर्फ मिंटू के खिलाफ अपहरण और दुष्कर्म के चार मामले पहले से दर्ज हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपियों ने बताया है कि उनकी नजर ऐसी लड़कियों और महिलाओं पर होती थी जिनके साथ कोई पुरुष या परिजन नहीं होते थे। आरोपी उन्हें गंतव्य तक पहुंचाने का आश्वासन देते थे।
इसके अलावा कभी टिकट दिलाने के नाम पर भी बातों में फंसा लेते थे। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि ये लड़कियां नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मुंबई जाने के लिए टिकट लेना चाहती थीं। वहां आरोपी मिंटू की नजर इनपर पड़ी। वह उनके पास जाकर बातचीत करने लगा। उसने लड़कियों को बताया कि मुंबई जाने वाली ट्रेन जा चुकी है अब अगले दिन ही ट्रेन मिलेगी। उसने लड़कियों को झांसे में लेते हुए कहा कि वे रात को घर पर उसकी बहन के साथ ठहर सकती हैं। अगले दिन वह उन्हें मुंबई भिजवा देगा। उस पर भरोसा कर लड़कियां बेगमपुर स्थित उसके घर चली गई थीं। अदालत के समक्ष पीड़िताओं का बयान दर्ज कराया गया है। वहां उन्होंने बताया कि मिंटू के घर पर उन्हें कोल्ड ड्रिंक दी गई, जिसमें नशीला पदार्थ मिला था। इसे पीने के बाद बेहोशी छाने लगी। रात के समय एक आरोपी ने दुष्कर्म किया। अगली सुबह उन्होंने किशोरी को बताया कि वह उनकी शादी चंडीगढ़ में करवा देंगे। उन्हें तब लगा कि वह फंस गई हैं। वह किसी तरह उन्हें चकमा देकर भाग निकलीं और मेट्रो पकड़कर घर पहुंची। वहां उन्होंने परिजनों को घटना के बारे में बताया, जिसके बाद पुलिस को उन्होंने इसकी जानकारी दी।
इस घटना को लेकर 6 अगस्त को एक किशोरी के पिता ने गुमशुदगी दर्ज कराई थी। जांच में पुलिस को पता चला कि उस लड़की के साथ दो अन्य छात्राएं भी लापता हैं। इनके नाबालिग होने की वजह से अपहरण का मामला दर्ज किया गया था। लड़कियों के मिलने के बाद पुलिस टीम ने बेगमपुर इलाके में छापा मारकर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इनकी पहचान बंगाली लाल शर्मा, संदीप उर्फ शैंकी, ज्योति और रुखसाना के रूप में हुई है। वहीं, पांचवा आरोपी संजय उर्फ मिंटू फरार है।
छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला कि मिंटू ही लड़कियों को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया था। उसके खिलाफ पहले से दुष्कर्म के तीन और अपहरण का एक मामला दर्ज है। वर्ष 2017 में उसके खिलाफ गीता कॉलोनी थाने में अपहरण की एफआईआर दर्ज हुई थी। वर्ष 2018 में भिवानी में उसके खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज हुआ था। वर्ष 2019 में उसके खिलाफ भिवानी और गीता कॉलोनी में दुष्कर्म की दो एफआईआर दर्ज हुई थी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि यह गैंग पहले भी लड़कियों को शादी के लिए बेच चुका है। उन्होंने पुलिस के समक्ष अभी तक तीन लड़कियों को शादी के लिए बेचने की बात कबूल की है। पुलिस फिलहाल इन लड़कियों के बारे में जानकारी जुटा रही है, ताकि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सके। दक्षिण जिला पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मुख्य आरोपी मिंटू के बारे में उन्हें कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं। इनकी मदद से पुलिस की तीन टीमें उसकी तलाश में छापेमारी कर रही है। उन्हें उम्मीद है कि वह अगले 48 घंटे के भीतर उसे गिरफ्तार करने में कामयाब होंगे।