भारत-चीन (India-China) के बीच LAC पर जारी तनाव के बीच रूस (Russia) के साथ हिंदुस्तान के संबंध काफी मजबूत देखे जा रहे हैं. एक तरफ जहां ड्रैगन के पीठ पीछे भारत पर वार करने का षड्यंत्र फेल हो रहा है तो वहीं दूसरी तरफ मास्को में चल रही बैठक से अच्छी खबर भी सुनने को मिल रही है. दरअसल इस जमीनी विवाद के बीच रूस लगातार भारत के साथ खड़ा है. वो चाहे S-400 एंटी मिसाइल सिस्टम की डिलीवरी को लेकर हो, AK-47 203 बंदूकों की डील को लेकर हो या फिर रूस का समर्थन पाना हो. हर गतिविधि में रूस ने भारत का सपोर्ट किया है. इसी बीच एक और बड़ी खबर सामने आ रही है. दरअसल कहा जा रहा है कि कोरोना (Corona virus) से जीतने के लिए दोनों देश एक साथ लड़ने के लिए कुछ आपसी फैसले कर रहे हैं. खबर ये भी है कि रूस में लॉन्च हुई कोरोना वैक्सीन (Covid-19 Vaccine) की सप्लाई और उत्पादन को लेकर भी दोनों देशों के बीच बातचीत जारी है. ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि ये वैक्सीन जल्द ही भारत में भी उपलब्ध हो सकती है.
हाल ही में रूस के राजदूत निकोलेय कुशादेव की ओर से ये जानकारी दी गई है कि दोनों देशों के बीच चल रही ये वार्ता अंतिम चरणों में है, और जल्द ही कोई बड़ा ऐलान किया जा सकता है. दरअसल टाइम्स ऑफ इंडिया के हवाले से मिली एक रिपोर्ट की माने तो रूस ने भारत के साथ स्पूतनिक V को लेकर सहयोग के तरीके शेयर किए हैं. हालांकि भारतीय सरकार ने इस पर अभी कोई फैसला तो नहीं लिया है, लेकिन विचार-विमर्श कर रही है कि आखिर इस वैक्सीन को कैसे प्रयोग में लाया जाए. इस बारे में रूस के राजदूत कुशादेव ने बताया कि, ‘कुछ जरूरी तकनीकी प्रक्रियाओं के पूरा होने के बाद वैक्सीन को बड़े स्तर पर (बाकी देशों में भी) प्रयोग किया जा सकेगा.’
फिलहाल रिपोर्ट की माने तो राजनाथ सिंह जब SEO की मीटिंग के लिए रूस दौरे पर निकले थे उस वक्त भी एक रूसी प्रतिनिधिमंडल से वैक्सीन को भारत लाने को लेकर भी उनकी बातचीत हुई है. कहा जा रहा है कि अब रूस दौरे पर जा रहे विदेश मंत्री एस जयशंकर भी कोरोना के टीके को लेकर बातचीत करेंगे. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि रूस इस सप्ताह से ही कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक वी को आम लोगों के लिए उपलब्ध कराने जा रहा है. आपको याद होगा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 11 अगस्त के दिन दुनिया की पहली कोरोना वैक्सीन को लॉन्च किया था.