सुप्रीम कोर्ट के बाहर रेप पीड़िता द्वारा अपने साथी समेत आत्मदाह के मामले में वाराणसी पुलिस की मुश्किलें बढ़ गयी हैं। वाराणसी पुलिस ने डिप्टी एसपी अमरेश सिंह बघेल को हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि बाराबंकी टोल प्लाजा से बघेल सिंह को हिरासत में लिया गया। वाराणसी पुलिस उन्हें अपने साथ ले गई है। हालांकि बाराबंकी एसपी यमुना प्रसाद ने बघेल को हिरासत में लिए जाने से अनभिज्ञता जताई है। आशंका जतायी जा रही है कि पूछताछ के बाद बघेल को गिरफ्तार भी किया जा सकता है। ज्ञात हो कि बहुजन समाजवादी पार्टी सांसद अतुल राय से जुड़ा है। 2019 लोकसभा चुनाव से पहले अतुल राय के खिलाफ एक युवती ने वाराणसी के लंका थाने में दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था।
बीते 16 अगस्त की सुबह दुष्कर्म पीड़िता ने इस प्रकरण के गवाह के साथ सुप्रीम कोर्ट के सामने ज्वलनशील पदार्थ छिड़ककर आग लगा ली थी। इस दौरान दोनों ने फेसबुक लाइव भी किया था, जिसमें अतुल राय और पुलिस वालों की मिलीभगत के बारे में बताया था। आत्मदाह के बाद दोनों को गंभीर हालत में दिल्ली के ही राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान नौ दिन बाद दोनों की मृत्यु हो गई थी। इस हाई प्रोफाइल प्रकरण में सीओ अमरेश सिंह बघेल को निलंबित कर दिया गया था। बघेल बाराबंकी से ही पदोन्नति के बाद बघेल का ट्रांसफर वाराणसी हुआ था।
आरोपियों को अनुचित लाभ देने का आरोप
गौरतलब है कि अतुल राय व उनके करीबी सुधीर राय के विरुद्ध लंका थाने में दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज किया गया था। युवती को इस दौरान बार-बार प्रताड़ित किया जा रहा था। उस पर पुलिस और अतुल राय के लोगों द्वारा धमकी दी जा रही थी। इस मामले में जांच अधिकारी तत्कालीन सीओ भेलूपुर अमरेश कुमार सिंह बघेल को सौंपी गयी थी। सीओ की रिपोर्ट से आरोपियों को अनुचित लाभ मिल रहा था। इस मामले की शिकायत पीड़ित पक्ष ने की थी, जिसपर शासन स्तर से जांच करायी गयी। जांच में लापरवाही मिलने पर बघेल को निलंबित कर दिया गया था। अब उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा है कि उनपर कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है। तत्कालीन सीओ भेलूपुर अमरेश कुमार सिंह बघेल और दूसरे पुलिस वालों की लापरवाहियों से लाचार पीड़िता और उसके साथी को आत्मदाह के लिए मजबूर होना पड़ा।