समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के लखनऊ में गिरफ्तारी के विरोध में मऊ जनपद में सपाइयों का गुस्सा उबाल पर रहा। सोमवार को जैसे ही समाजवादी पार्टी के नेताओं को खबर मिली कि पुलिस ने उनके नेता अखिलेश यादव को गिरफ्तार कर लिया है। वे सुबह बाल निकेतन स्थित सपा कार्यालय पर इकठ्ठा हुए वहां पर मुख्यमंत्री योगी का प्रतीकात्मक पुतला फूंकने का प्रयास करते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मुंशीपुरा तिराहे पर आकर सड़क पर बैठ गए। समाजवादी पार्टी के पदाधिकारियों के सड़क पर बैठ जाने के बाद तिराहे पर वाहनों की लम्बी कतार लग गई।
पुलिस प्रशासन के एएसपी त्रिभुवननाथ त्रिपाठी, सीओ धनंजय मिश्रा भारी फोर्स के साथ सपा नेताओं को घेर लिए और उनकी गिरफ्तारी के लिए बगल में बस खड़ी कर दिए, पहले पुलिस के लोग नेताओं से बस में बैठने का अनुरोध किए, जब नेता नहीं माने तो उन्हें जबरन पुलिस उठाकर बस में बैठाने लगी। घंटों मशक्कत के बाद दो बसों से सपा नेताओं को गिरफ्तार कर पुलिस ले गई। तब जाकर जाम समाप्त हुआ, लेकिन यातायात को रूटीन में आने पर घंटों लग जाएगा।
धरने व गिरफ्तारी में सपा नेताओं में पूर्व विधायक सुधाकर सिंह, पूर्व एमएलसी रामजतन राजभर, निवर्तमान जिलाध्यक्ष धर्मप्रकाश यादव, अल्ताफ अंसारी, अरशद जमाल अंसारी, देवनाथ यादव, मुरलीधर यादव, राजेश यादव, शहनवाज आलम, खुशहाल बड़े, दिलीप पाण्डेय, चन्दन साहनी, अनिल यादव, धीरज राजभर, रमेश दूबे, संजय चौधरी सहित सैकड़ों सपाई रहे।