उत्तर कोरिया में तानाशाह के नाम से मशहूर किम जोंग उन एक बार फिर अपनी तानाशाही के लिए चर्चे में बना हुआ है। दरअसल किम जोंग उन ने इस बार अपने ही अफसरों पर गोली चलाने का आदेश दे दिया। हालांकि उत्तर कोरिया में गोली का चलना आम बात है। चूंकि उसका शासक ही तानाशाह किम जोंग उन है। लेकिन इस बार हुआ यूं कि कुछ अफसरों ने देश की अर्थव्यवस्था को लेकर तानाशाह किम जोंग उन से सवाल कर दिए। उन सवालों की सजा उनकी मौत देकर चुकानी पड़ी। किम जोंग की इस बर्बरता से उत्तर कोरिया ही नहीं पूरी दुनिया ही परेशान है। हमेशा सनकी सोच रखने वाला तानाशाह बम-बारूद से खेलना उसके लिए आम बात है। इसलिए इससे कई देश खौफ खाते हैं। हाल ही में एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि किम ने अपनी बहन तक को मारने की कवायद की थी। क्योंकि उत्तर कोरिया में किम के बाद उनकी बहन अगली शासक है।
बहरहाल अर्थव्यवस्था पर सवाल उठाने वाले पांच अफसरों को किम जोंग उन ने गोली मारने का आदेश दिया था, जिसके बाद अन्य अफसर अभी भी खौफ के साये में जी रहे हैं।
नॉर्थ कोरिया पर नजर रखने वाली साउथ कोरिया की साइट डेली एनके के मुताबिक आर्थिक मंत्रालय के इन पांचों अधिकारियों ने एक डिनर पार्टी में देश की अर्थव्यवस्था पर चर्चा की थी। इस दौरान उन्होंने किम के शासन की नीतियों की आलोचना भी की थी। चर्चा के दौरान उन्होंने देश में औद्योगिक सुधार की जरूरत बताई थी। कहा था कि नॉर्थ कोरिया को अपने प्रतिबंधों को दूर करने के लिए विदेशी मदद भी लेनी चाहिए। फिर क्या था किम का नेटवर्क ही इतनी तेजी से फैला
हुआ है, कि कोई उसके खिलाफ एक शब्द बोल कर तो देखे उसकी मौत तय है। यही उन अफसरों के साथ हुआ, उन्होंने उत्तर कोरिया के भले के लिए इस चर्चा में भाग लिया था, लेकिन किम जोंग ने उन्हें सीधा गोली मारने का आदेश दे दिया। हालांकि यहां एक बात बिल्कुल सही साबित होती है, ‘नेकी कर दरिया में डाल’ खैर किम जोंग उन ने पहली बार ऐसा तुगलकी फरमान नहीं सुनाया है। इससे पहले भी कई ऐसे कृत्य कर चुका है, जो आज भी भूले-भुलाए याद रहते हैं।
उत्तर कोरिया में सत्ता पर पकड़ बनाए रखने के लिए तानाशाह किम जोंग उन के अपने अंकल किम जोंग थाएक को 120 भूखे शिकारी कुत्तों के पिंजरे में डाल दिया था। चीनी अखबार ‘वेन वई पो’ ने दावा किया था कि सजा दिए जाते समय मौके पर किम जोंग समेत 300 शीर्ष अधिकारी मौजूद थे। इतना ही नहीं किम जोंग उन ने अपने सौतेले भाई किम जोंग नाम की भी मलेशिया में हत्या करवाई थी। वे मलेशिया में रहते थे। फरवरी, 2015 में मलेशिया के एयरपोर्ट पर ही दो लड़कियों ने जहरीली पिन चुभोकर उनकी हत्या कर दी थी। नाम पर उत्तर कोरिया के खिलाफ जासूसी करने का आरोप लगाया गया था।
हाल ही में साउथ कोरिया में तैनात अमेरिकी फौज के कमांडर ने जानकारी दी थी कि तानाशाह किम ने देश में वायरस की रोकथाम के लिए चीन की तरफ से आने वालों को गोली मारने के आदेश दिए हैं। तानाशाह के सनकी दिमाग को समझना यहां मुश्किल है, कब कहां, क्या फरमान दे दे इसके बारे में कोई नहीं जानता। तानाशाह का क्राइम रिकॉर्ड पूरी
दुनिया में सबसे अव्वल नंबर पर है। आए दिन तो रॉकेट परीक्षण करता रहता है, न जाने कब तानाशाह का दिमाग फिर जाए कहीं मिसाइल दाग दे। हालांकि अभी तक तो ऐसी स्थिति नहीं बनी है, लेकिन आगे का किसी को कुछ पता नहीं कब क्या हो जाए?