ज्योतिष शास्त्र (Astrology) में किसी भी ग्रह के राशि परिवर्तन का प्रभाव सभी 12 राशियों पर पड़ता है। अप्रैल में 9 ग्रह गोचर कर रहे हैं। ज्यो तिष शास्त्र में इस घटना को बेहद अहम माना जा रहा है। ग्रहों के महापरिवर्तन (great change) का असर कुछ राशियों पर शुभ पड़ेगा और कुछ राशियों को कष्टों का सामना करना पड़ सकता है। न्याय के दाता शनि देव 29 अप्रैल को स्वराशि कुंभ राशि में गोचर9 ग्रह गोचर (planet transit) करने वाले हैं।
बता दें कि शनि देव सबसे धीमी गति से गोचर करते हैं और इनको एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करने में ढाई साल का समय लगता है। इसलिए शनि देव स्वराशि कुंभ में 30 साल बाद गोचर करेंगे
मेष: शनि आपके लाभ और आकांक्षा के घर में स्थित होगा जो कि आपके लिए अत्यंत लाभकारी है। शनि की इस स्थिति से आपको भाग्य और समृद्धि की प्राप्ति होगी। इस दौरान आपकी सारी मेहनत रंग लाएगी। आपके वेतन में अच्छी वृद्धि हो सकती है और प्रोत्साहन प्राप्त हो सकता है। फ्रेशर्स को उपयुक्त नौकरी खोजने या अपना खुद का कुछ शुरू करने के लिए समय उत्तम है। आप थोड़े काम के प्रति उत्साही और इच्छाशक्ति वाले होंगे। आप ज्यादा मेलजोल करना पसंद नहीं करते। सरकारी कर्मचारियों के लिए अनुकूल अवधि होगी, उन्हें उच्च अधिकारियों से सम्मान मिल सकता है।
वृषभ: शनि आपके भाग्य भाव से आपके कर्म भाव में गोचर करेगा। शनि का गोचर आपके पेशेवर जीवन में कुछ अच्छे अवसर लाएगा। आपको अपने सपने की नौकरी या प्रोफाइल मिल सकती है। आपके पेशेवर बंधन में सुधार होगा और अपने अधीनस्थों और टीम के अन्य सदस्यों के साथ बेहतर समन्वय होगा। अपने अटके हुए कार्यों की आवाजाही के लिए यह समय अच्छा रहेगा। अगर आप अतीत में कुछ चीजों को पकड़े रहे हैं, तो उनके समाधान की संभावनाएं काफी अधिक हैं।
मिथुन : शनि आपके लिए भाग्य का स्वामी है, लेकिन विलम्ब के भाव में बीते दो सालों से विराजमान था। अब शनि आपके भाग्य के घर में चला जाएगा और आपके जीवन में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन लाएगा। यह आपके लंबे समय से प्रतीक्षित कार्यों में कुछ हलचल लाएगा। इस अवधि के दौरान शांत और धैर्यवान रहें। काम के सिलसिले में आप विदेश यात्रा कर सकते हैं। आप मेहनती होंगे और आपके करियर और कमाई को बेहतर बनाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेंगे।
तुला: आप पिछले दो वर्षों से शनि की ढैय्या का सामना कर रहे हैं क्योंकि शनि आपके सुख के भाव यानी चौथे घर में विराजमान था। लेकिन अब शनि आपके पिछले जन्म के कर्मों के पंचम भाव में गोचर करेगा, जो आपको अचानक भाग्य और सफलता प्रदान करेगा। शनि छात्रों के लिए अनुकूल परिणाम लाएगा। जो लोग पढ़ाई के लिए अपने मूल स्थान से बाहर जाने की योजना बना रहे हैं, उन्हें अवसर और आगे अध्ययन करने के लिए उनकी पसंद के विश्वविद्यालय मिल सकते हैं। अगर अपने व्यवसाय की तरह अपने शौक और रुचियों को लेने की योजना बना रहे हैं तो समय अनुकूल है क्योंकि आपके प्रयास सफलता दिलाएंगे।
धनु: शनि के साढ़े साती का आखिरी चरण आपकी राशि पर चल रहा है, जो कि शनि गोचर के साथ ही खत्म हो जाएगा। जैसे-जैसे आपकी साढ़े-सती समाप्त होगी, आपको कई क्षेत्रों में राहत मिलनी शुरू हो जाएगी। शास्त्रों के बारे में जानने की आपकी प्रवृत्ति होगी और आप धार्मिक कार्यों में भाग लेंगे। जो लोग गर्भधारण करने की योजना बना रहे हैं उनके लिए यह एक शुभ समय है। अपने शौक और रुचियों को अपने पेशे में बदलें। शनि कुछ अचानक लाभ लाएगा। शोध कार्य करने वालों के लिए भी यह समय अच्छा रहेगा।
कुंभ : आप भी साढ़ेसाती के दौर से गुजर रहे हैं और अब शनि गोचर के साथ ही साढ़े साती के दूसरे चरण में चले जाएंगे। शनि आपके पहले भाव में गोचर करेगा जहां से यह पूरी कुंडली पर अपना प्रभाव डालेगा। जो लोग शादीशुदा हैं उनके लिए अनुकूल है क्योंकि जीवनसाथी के साथ उनकी समझ में सुधार होगा। आपको कुछ नए अवसर मिलेंगे। पेशेवर मोर्चे पर किसी नए प्रोजेक्ट या माहौल पर काम करने का मौका मिल सकता है। आपको अपने अतीत का फल मिलेगा।